वियाग्रा कोई सेक्स टॉनिक नहीं ; वीरेंद्र बहादुर सिंह

वीरेंद्र बहादुर सिंह  3 जुलाई को नागपुर में एक 25 साल के युवक की हार्टअटैक से मौत हो गई थी। पुलिस जांच में युवक की जेब से वियाग्रा की गोलियां…

मुंशी प्रेमचंद की जन्मतिथि 31 जुलाई पर विशेष

“भारत के उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद”     कांति कुमार पाठक (बिहार )  ———————– मुंशी प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई, 1880 को वाराणसी जिले के लमही गांव में एक कायस्थ…

“मुफ्त में रेवड़ी बांटने की राजनीति का अर्थ”

क्रांति कुमार पाठक ———————– आर्थिक विकास की नीतियां तब अपने लक्ष्य से भटक जाती हैं जब उनमें राजनीतिक सोच और उसके फायदे हावी हो जाते हैं। अंततः गरीब तबके का…

“अब देश में मंकीपाक्स का बढ़ता खतरा”

क्रांति कुमार पाठक ———————— विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएच‌ओ) ने मंकीपाक्स रोग को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा कर दी है। ‘पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी आॅफ इंटरनेशनल कंसर्न’ को विश्व स्वास्थ्य…

“द्रौपदी मुर्मू: रायरंगपुर से रायसीना हिल्स तक”

क्रांति कुमार पाठक ———————— आज नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी देश के पन्द्रहवें राष्ट्रपति के रूप में संसद के सेंट्रल हॉल में शपथ ग्रहण करना भारतीय लोकतंत्र के लिए एक…

वर्तमान समय की मांग है निष्पक्ष पत्रकारिता: प्रो. द्विवेदी

क्रेडेंट टीवी के कार्यक्रम ‘डियर साहित्यकार’ में बोले आईआईएमसी के महानिदेशक नई दिल्ली, 25 जुलाई। भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी ने क्रेडेंट टीवी के कार्यक्रम…

“छतों पर सस्ती क्वालिटी के प्लास्टिक की टंकियां कैंसर, अल्सर के साथ ही किडनी फेल कर रही है: डॉ मृत्युंजय”

कांति कुमार पाठक आज शहरों क्या देहातों में भी लोगों के घरों की छतों पर पानी की आपूर्ति के लिए प्लास्टिक की रंग बिरंगी टंकियां आसानी से देखने को मिल…

“खतरे में पड़ी पारिवारवाद की राजनीति”

क्रांति कुमार पाठक ———————– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कटु आलोचक भी मानते हैं कि उन्होंने भारतीय राजनीति के व्याकरण को क‌ई मायनों में बदल दिया है। परिश्रम, दक्षता और योग्यता…

मीडिया विमर्श’ के ‘कन्नड मीडिया विशेषांक’ का लोकार्पण ने किया बेंगलुरु में श्री मधुसूदन साईं

‘मीडिया विमर्श’ के ‘कन्नड मीडिया विशेषांक’ का लोकार्पण कन्नड और हिंदी साहित्य में हैं एकता के सूत्र: मधुसूदन साईं   बेंगलुरु । जनसंचार के सरोकारों पर केंद्रित देश की प्रतिष्ठित…

“देश के ब्लड बैंकों में संक्रमण से कितना सुरक्षित है खून”

क्रांति कुमार पाठक ———————- देश के किसी न किसी कोने से लोगों को संक्रमित खून चढ़ाने के कारण मरीजों की हालत गंभीर होने की खबर अक्सर ही आती रहती है।…

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