कोलकाता:उत्सवों और त्योहारों के माध्यम से आम जनों तक सामाजिक ,मानवीय और प्रेरक संदेश पहुंचने का काय कर रहा है इंटरनेशनल इक्विटेबल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल।पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े त्यौहार दुर्गा पूजा के बाद दीवाली और काली पूजा के दौरान भी यह अभियान प्रदेश के प्रत्येक जिलों में चलाया गया।संस्था के चेयरमैन संजय सिन्हा की अगुवाई में यह अभियान चला।विभिन्न काली पूजा पंडालों में जाकर मानवाधिकार संगठन की टीम ने लोगों को सामाजिक और मानसिक रूप से जागरूक किया और उन्हें सेल्फ डिफेंस तथा ह्यूमन राइट्स की बारीकियां समझाईं।अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के इंटरनेशनल चेयरमैन संजय सिन्हा ने कहा कि, ‘ हमारे देश में जितने भी पर्व-त्योहार मनाए जाते हैं, वे किसी न किसी मिथक पर आधारित हैं। दीपावली के बारे में भी यह मिथक प्रचलित है कि भगवान श्रीराम, सीता एवं लक्ष्मण के साथ इसी दिन अयोध्या लौटे थे। बुराई पर अच्छाई की जीत की उसी खुशी में अयोध्या के लोगों ने दीये जलाए थे। तभी से दीपावली का पर्व मनाया जाता है।’ उन्होंने कहा, ‘हमारे सभी त्योहार मौसम, ऋतुओं और फसलों आदि से सुसंबद्ध हैं। इनकी एक परंपरा है, संस्कृति है और इतिहास भी है। हमारी ये उत्सवधर्मी परंपराएं समाज को संबल प्रदान करती हैं। इनका एक खास सांस्कृतिक महत्व है, संकट के क्षणों में ये हमें डटकर जूझने एवं उससे उबरने में मदद करती हैं। रोशनी का उत्सव दीपावली हमें समाज के कुरूप एवं अंधेरे पक्षों से लड़ने एवं उससे उबरने की प्रेरणा देता है। इस लिहाज से आज जब जीवन एवं समाज के हर क्षेत्र में सांस्कृतिक मूल्यों एवं मर्यादाओं का लगातार क्षरण हो रहा है, यह पर्व याद दिलाता है कि हमें अपने देश एवं समाज को इन अंधेरों से मुक्ति दिलानी है। इस पर्व का मूल मंत्र है-:तमसो मां ज्योतिर्गमय। अंधेरे से हमें उजाले की ओर ले चलो।आजादी के बाद हमारे देश ने काफी प्रगति की है। हमारी गिनती तेजी से आर्थिक विकास करने वाले देशों में हो रही है। लोगों के पास काफी पैसा आया है, समृद्धि आई है। लेकिन दुख की बात है कि समृद्धि तो आई है, लेकिन मूल्यों का क्षरण हो गया है। मध्यवर्ग के पास आज इतना पैसा आ गया है कि उसका अतिशय दुरुपयोग हो रहा है।मैं कहना चाहूंगा कि मानवता का दामन कभी न छोड़ें।यह सबसे बड़ी पूजा है।’
इस अभियान के तहत बेहतर काली पूजा पंडालों को सोनार बांग्ला श्यामा सम्मान से सम्मानित भी किया गया।टीम में चेयरमैन संजय सिन्हा के साथ उपस्थित थे दीपक मित्रा,अंजन दे,यास्मीन सुल्ताना,सतबीर सिंह आदि।सभी पूजा कमिटियों की ओर से मानवाधिकार संगठन की टीम का पुरजोर स्वागत किया गया।