रानीगंज। रानीगंज के सराफ भवन के कर्णधार और विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष मनोज सर्राफ द्वारा जारी एक नोटिस के चलते रानीगंज के कैटरिंग व्यवसाय से जुड़े लोगों में खासी नाराजगी व्याप्त हो गई है प्राप्त जानकारी के अनुसार मनोज सर्राफ ने यह फरमान जारी किया है कि अब से सर्राफ भवन में जो भी अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे उनमें किसी भी बिहारी या बंगाली कैटरर को कैटरिंग करने की इजाजत नहीं होगी सिर्फ मारवाड़ी केटरर कैटरिंग कर सकेंगे इसे लेकर रानीगंज के बिहारी और बंगाली केटररों में गहरा असंतोष है इस संदर्भ में श्री बालाजी कैटरर के मालिक चंदन केसरी ने कहा कि मनोज सर्राफ द्वारा उनको यह जानकारी मिली है कि अब से सराफ भवन में किसी भी बंगाली या बिहारी केटरर को कैटरिंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी उन्होंने इस फैसले को सरासर अनुचित करार दिया और कहा कि इस तरह से जात-पात के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता उनका कहना था कि अगर किसी बंगाली बिहारी केटरर को नहीं सिर्फ मारवाड़ी कैटरर को ही सराफ भवन में कैटरिंग करने की अनुमति दी गई है तो शुभम रावत जो कैटरिंग करते हैं उनको कैसे यह इजजात दी गई है। इनका सवाल था कि क्या सिर्फ शुभम रावत विश्व हिंदू परिषद का रानीगंज ब्लॉक अध्यक्ष है यही वजह है कि उसे यह अनुमति दी गई उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ वह रानीगंज के विधायक रानीगंज थाना रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स में आवेदन देंगे चंदन केसरी ने कहा कि इसके बाद सराफ भवन में किसी भी अनुष्ठान में वह लोग कैटरिंग का काम नहीं करेंगे । हालांकि जब हमने फोन पर मनोज सराफ से बात की तो उन्होंने कहा की ऐसी कोई बात नहीं है उनके खिलाफ जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वह सभी बेबुनियाद हैं उन्होंने बताया कि सराफ भवन के नोटिस बोर्ड पर नोटिस लगाया गया है उसमें यह साफ-साफ लिखा है कि अब से 16 फिक्स्ड कैटरर से ही यहां काम करवाया जाएगा उन 16कैटररों के नाम नोटिस बोर्ड पर लिखा है मनोज सराफ ने कहा कि उन 16 केटररों में 9 गैर मारवाड़ी हैं जिनमें बंगाली बिहारी मुसलमान केटरर भी है। और सिर्फ सात मारवाड़ी कैटरर है उन्होंने कहा कि जिसने भी यह बात फैलाई है वह लोगों को बरगलाने की कोशिश करना चाहता है।