पुरुलिया 9 अगस्त – पुरुलिया जिला तृणमूल ने राखी पूर्णिमा के पावन अवसर पर भाषा आंदोलन में भाग लिया। शनिवार दोपहर पुरुलिया-2 ब्लॉक के पिड़रा इलाके में बंगाली भाषा के अपमान के खिलाफ एक विरोध मार्च और सड़क सभा का आयोजन किया गया। शनिवार दोपहर करीब 3 बजे पिड़रा अंचल में सौ से ज़्यादा कार्यकर्ता और समर्थक विरोध मार्च में शामिल हुए। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भाजपा शासित राज्यों में बंगाली भाषियों और बंगाली कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न के विरोध में 21 जुलाई को मंच से राज्यव्यापी भाषा आंदोलन का आह्वान किया है। इसके बाद से पुरुलिया ज़िले के विभिन्न प्रखंडों में यह आंदोलन शुरू हो गया है। आज विरोध मार्च में पुरुलिया नगर पालिका के मेयर नबेंदु महली, युवा तृणमूल उपाध्यक्ष विकास महतो, उपाध्यक्ष सुशेन माझी, रथींद्रनाथ महतो, हलधर महतो, जिला परिषद सदस्य प्रभास महतो, समरजीत महतो और अन्य उपस्थित थे। संयोजक पिड़रा क्षेत्र अध्यक्ष काजल पाल ने बताया कि लगभग 300 कार्यकर्ताओं ने इसमें भाग लिया। अपने भाषण में, महापौर नबेंदु महाली ने भाजपा सांसदों और स्थानीय विधायकों पर काम न करने का आरोप लगाया। युवा संगठन के ज़िला अध्यक्ष विकास महतो ने कहा, “जिस भाषा में रवींद्रनाथ टैगोर ने इस देश का पहला नोबेल पुरस्कार जीता, उस पर हमला करना कतई उचित नहीं है। दरअसल, बंगाल पर कब्ज़ा न कर पाने से भाजपा बौखला गई है।”