कोलकाता:पश्चिम बंगाल पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने पेट्रोल पंपों की हड़ताल वापस लेने का फैसला किया है। संगठन के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम के साथ बैठक की। उसके बाद संगठन ने बयान जारी कर यह जानकारी दी कि वे हड़ताल खत्म कर रहे हैं। उधर, मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि वह तेल कंपनियों और पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के बीच मध्यस्थ की भूमिका में रहेंगे। प्रत्यक्ष हस्तक्षेप नहीं, बल्कि जनता के हित में समस्या के समाधान का हर संभव प्रयास किया जाएगा।
पेट्रोल पंप मालिकों की लंबे समय से कई मांगें हैं। पश्चिम बंगाल पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के अनुरूप कमीशन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। वहीं, पेट्रोल पंप मालिकों ने शिकायत की कि पेट्रोल-डीजल में एथेनॉल मिलाया जा रहा है। नतीजतन, ये पेट्रोलियम उत्पाद कारों के लिए हानिकारक होते जा रहे हैं। जो लोग बाइक या स्कूटर की सवारी करते हैं, या यहां तक कि अन्य कार भी रखते हैं, उनके लिए यह इथेनॉल मिश्रित गैसोलीन बहुत हानिकारक है। वे बार-बार तेल कंपनियों से इस एथेनॉल का इस्तेमाल बंद करने की अपील कर चुके हैं। लेकिन उन्होंने शिकायत की कि अभी तक इसे पूरी तरह से रोका नहीं जा सका है।
उसी दिन फिरहाद हकीम ने कहा कि पेट्रोल पंप मालिकों को पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने पर आपत्ति है। साथ ही उन्होंने आयोग प्रणाली पर भी आपत्ति जताई। परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा, ‘मैं उनके कारोबार में हस्तक्षेप नहीं करना चाहता। लेकिन मैं यहां इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम के सभी अधिकारियों के साथ बैठक करूंगा। एक परिवहन मंत्री के रूप में, मैं संगठन और उन संगठनों के अधिकारियों के बीच मध्यस्थता करूंगा। ताकि लोगों को परेशानी में टालकर कोई हड़ताल न हो।”
एथेनॉल की समस्या को लेकर फिरहाद हकीम ने कहा कि इस एथेनॉल को पेट्रोल में मिलाने में काफी परेशानी होती है। हम इस समस्या का समाधान निकालने का प्रयास करेंगे। उन्होंने दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थ होने की बात कही। बैठक अगले सप्ताह होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने मंगलवार को एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल का आह्वान किया था। पेट्रोल पंप सुबह से ही बंद थे। टॉलीगंज, हाजरा, गरियाहाट, धर्मतला और उत्तरी कोलकाता के कई इलाकों में भी हर जगह एक ही तस्वीर देखने को मिली है। पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन के आह्वान पर करीब 2500 पेट्रोल पंप हड़ताल में शामिल हुए। मालवाहक कारों, ऐप कैब ड्राइवरों से लेकर मोटर बाइक चालक दिन भर परेशान रहे।