राज्य सरकार की तबादला नीति के खिलाफ आत्मदाह करने वाली चिकित्सक की मौत
कोलकाता:
लगभग दो सप्ताह की लड़ाई के बाद, सरकारी डॉक्टर अवंतिका भट्टाचार्य की मृत्यु हो गई है। अक सप्ताह पहले उन्होंने तबादला नीति का विरोध करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। इसके बाद बेहाला के घर में खुद को आग लगा ली थी। उन्हें गंभीर हालत में एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार को उनकी मौत हो गई है।
डॉक्टर के करीबी सूत्रों के अनुसार, आठ साल सामुदायिक चिकित्सा की सहायक प्रोफेसर अवंतिका भट्टाचार्य इस्तीफा देना चाहती थीं। आठ सालों तक वह मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में थीं। उन्हें डायमंड हार्बर में स्थानांतरित कर दिया गया था।
16 अगस्त को अवंतिका भट्टाचार्य ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, “उनके लिए शांति कहां है… इस्तीफा?” आठ साल तक जिले में काम करने के बाद बिना किसी पदोन्नति के दूसरे जिले में उनका तबादला कर दिया गया। वह इसे किसी भी तरह से स्वीकार नहीं कर सकतीं।
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक अवंतिका भट्टाचार्य ने सोशल मीडिया पोस्ट के कुछ देर बाद ही बेहाला के घर में खुद को आग लगा ली थी।