कोलकाता । पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला अंतर्गत रामपुरहाट के बगटुई गांव में गत 21 मार्च की रात नौ लोगों को जिंदा जलाए जाने की घटना के रहस्यों को सुलझाने में सीबीआई की टीम जी जान से जुटी है। केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने गुरुवार को बताया है कि उस रात जब तृणमूल कांग्रेस के नेता भादू शेख की बम मार कर हत्या कर दी गई उसके बाद कथित तौर पर बदले की कार्रवाई के लिए शेख के घर से 200 मीटर दूर सड़क के उस पार स्थित 10 से 12 घरों में आग लगा दी गई थी। इस जघन्य वारदात में कौन-कौन से लोग शामिल थे इस बारे में कोई भी पुख्ता साक्ष्य सीबीआई के हाथ अभी तक नहीं लगा है। इसी बीच भादू शेख के करीबी और अग्निकांड की वारदात के आरोपियों में से एक लालन शेख के घर के सामने सीसीटीवी कैमरे लगे हुए मिले हैं। गुरुवार को सीबीआई की टीम यहां पहुंची थी और सीसीटीवी कैमरे को देखने के बाद उसका फुटेज जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर रही है। केंद्रीय एजेंसियों का कहना है कि इससे सीसीटीवी में उस रात आगजनी करने वालों का वीडियो मिल सकता है। दावा किया जा रहा है कि घटना की जानकारी मिलने के बाद आरोपित के घर वाले हार्ड डिस्क को डिलीट करने में जुट गए हैं जिनमें सीसीटीवी कैमरे के फुटेज स्टोर किए जाते थे । सीबीआई सूत्रों ने बताया है कि लालन के घर चार सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। उसमें से एक उस फटिक शेख के घर की ओर लगे हुए हैं जिनके घर में वारदात वाली रात आगजनी हुई थी। इसी आगजनी की घटना में मीना बीवी नाम की महिला की मौत हुई है। मौत से पहले पुलिस को दिए अपने बयान में उन्होंने बताया था कि जिंदा जलाने से पहले उन्हें धारदार हथियार से कई बार वार किया गया था। सीबीआई सूत्रों ने बताया है कि लालन के घर से एक हार्ड डिस्क बरामद किया गया है लेकिन उसमें किसी तरह का फुटेज है या नहीं इस बारे में केंद्रीय एजेंसियों ने स्पष्ट तौर पर कुछ भी नहीं बताया है।