Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wordpress-seo domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ahscw237zdpo/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
ब्लास्टिंग को लेकर ईसीएल के कुनुस्तोड़िया क्षेत्र के नॉर्थ सियारसोल ओसीपी में उत्पादन को ठप कर स्थानीय ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन - Kolkata Saransh News

ब्लास्टिंग को लेकर ईसीएल के कुनुस्तोड़िया क्षेत्र के नॉर्थ सियारसोल ओसीपी में उत्पादन को ठप कर स्थानीय ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

जामुड़िया। ईसीएल के कुनुस्तोड़िया क्षेत्र अंतर्गत नॉर्थ सियारसोल ओसीपी में शनिवार शाम को ओसीपी में जोरदार ब्लास्टिंग से गांव में पत्थर गिरने से आसपास के कई गांवों में दहशत फैल गयी। ब्लास्टिंग के विरोध में इलाके के ग्रामीणों ने शनिवार शाम को एवं रविवार की सुबह से जोरदार विरोध प्रदर्शन कर धरना दिया। इस दिन जामुड़िया के बीजपुर दक्षिणपाड़ा, इंद्रभूमि एवं आनंद नगर कॉलोनी के साथ साथ कांटागोड़िया मांझीपाड़ा के लोगों द्वारा ओसीपी में उत्पादन को ठप कर अपना विरोध जताया।मौके पर ईसीएल के अधिकारियो को घेरकर ग्रामीणों ने अपना वास्तव स्थिति के बारे में अवगत कराया। उनका कहना है कि कल ओसीपी में जो ब्लास्टिंग हुई, वह इतनी जबरदस्त थी कि इलाके के घर क्षतिग्रस्त हो गए और ब्लास्टिंग के बाद पथराव भी हुआ। उन्होंने बताया कि उस वक्त पत्थर के कुछ टुकड़े उड़कर उनके घर के आंगन में गिरे, सौभाग्य से किसी को चोट नहीं आई, अगर ओएसपी में ब्लास्टिंग होती रही तो भविष्य में बड़ी दुर्घटना हो सकती है। घटना की सूचना पाकर ईसीएल के अधिकारी ओसीपी में काम बंद कर मौके पर पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें अपने सामने देख जमकर विरोध किया। बताया जाता है कि, यहां ब्लास्टिंग के कारण बीजपुर कांतागोड़िया के इलाके के निवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है l प्रशासन को यहां के लोगों को पुनर्वासित करने या ब्लास्टिंग बंद करने का बार-बार अनुरोध किया गया है। इसको लेकर अभी तक भी कोई सार्थक पहल नहीं किये जाने के कारण ब्लास्टिंग में पत्थर के टुकड़ों से कुछ लोगों की जान जा सकती थी,लेकिन वे कोई सार्थक बयान नहीं दे रहे हैं वे सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं और लोगों को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा और फिर लोगों की जान नहीं जाएगी।इससे पहले भी प्रबंधन की तरफ से सिर्फ आश्वासन मिला था लेकिन इस बार गांव वाले सिर्फ आश्वासन से नहीं मानेंगे प्रबंधन से उनको लिखित में यह गारंटी चाहिए कि इस तरह की घटना भविष्य में नहीं होगी और लोगों की जिंदगी के साथ इस तरह से खिलवाड़ नहीं किया जाएगा इसके बाद ही वह यहां पर काम शुरू होने देंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *