मेदनीपुर : अवैध पटाखा फैक्ट्री से 50 हजार महीने वसूलती थी पुलिस, स्थानीय लोगों ने घेरकर वापस लौटाया

 

कोलकाता, 16 मई । पश्चिम मेदिनीपुर के एगरा में हुए बम ब्लास्ट मामले में तीन लोगों की मौत के बाद राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। स्थानीय लोगों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। दावा है कि पूर्व मेदिनीपुर के एगरा ब्लाक अंतर्गत खादीकुल गांव में जहां अवैध पटाखा कारखाने में विस्फोट हुआ है वहां ऐसे कई अन्य अवैध कारखाने चल रहे हैं। यहां वारदात के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को घेर कर स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और अपना गुस्सा जाहिर किया है। लोग लगातार कह रहे थे कि पुलिस अवैध पटाखा कारखानों से महीने में वसूली करती रही है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने भी इसी तरह के आरोप लगाए हैं। उन्होंने स्थानीय लोगों द्वारा घिरे एगरा थाने के प्रभारी मौसम चक्रवर्ती का वीडियो ट्विटर पर डाला है। इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि यह एगरा थाना प्रभारी मौसम चक्रवर्ती है। आज की भयानक घटना के आरोपितों में से एक हैं। ममता बनर्जी की पुलिस को अवैध पटाखा कारखाने के मालिक कृष्ण पद बाग ने पाल कर रखा था। थाने के दो अन्य पुलिसकर्मी सुरजीत सिन्हा और विश्वजीत माइती बिचौलिया बने थे और अवैध कारखाने से प्रति महीने 50 हजार रुपये की वसूली होती थी। इसके एवज में उन्हें अवैध तरीके से लाइसेंस और विस्फोटक एकत्रित करने की छूट रहती थी। अपने ट्वीट के साथ शुभेंदु मे कई वीडियो डाला है जिसमें बम ब्लास्ट की घटना के बाद छिटके पड़े शवों को पुलिस की जगह सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता घसीटते हुए हटा रहे हैं। उन्होंने लिखा है कि देखिए किस तरह से स्थानीय तोला (वसूली) मूल पार्टी (तृणमूल) के कार्यकर्ता शवों को हटा रहे हैं।

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