कोलकाता, पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता की लाइफ लाइन कही जाने वाली मेट्रो में अब हर कोई यात्रा कर सकेगा। इसकी वजह है कि मेट्रो रेल प्रबंधन गुरुवार से टोकन प्रणाली को फिर से शुरू करने जा रहा है। कोरोना की वजह से यात्रियों की संख्या कम रखने के लिए टोकन सिस्टम को बंद कर दिया गया था और केवल उन लोगों को मेट्रो में यात्रा की अनुमति थी जिन्होंने मेट्रो के स्मार्ट कार्ड खरीदे थे। अब जबकि कोरोना का संक्रमण नियंत्रित हो चुका है तो धीरे-धीरे मेट्रो में यात्रा भी सामान्य हो चली है। मेट्रो रेल प्रबंधन की ओर से सोमवार को जारी एक बयान में बताया गया है कि 25 नवंबर यानी गुरुवार से टोकन मिलना शुरू हो जाएगा। राज्य सरकार के उपभोक्ता विभाग की सिफारिश पर मेट्रो रेलवे ने इसे दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया है। मेट्रो स्टेशनों पर मौजूद काउंटर के अलावा वहां लगे ऑटोमेटिक स्मार्ट कार्ड रिचार्ज मशीन और वेंडिंग मशीन से भी टोकन खरीदे जा सकेंगे।
दरअसल जो लोग मेट्रो में नियमित यात्रा करते हैं वे स्मार्ट कार्ड खरीद लेते हैं लेकिन आम लोग जो कभी कभार मेट्रो में यात्रा करते हैं उन्हें इस में सफर करने के लिए टोकन की जरूरत पड़ती है। अब दोबारा इसके शुरू होने के बाद कोलकाता के कोने कोने में यातायात में काफी मदद मिलेगी।
इसके पहले यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मेट्रो रेल प्रबंधन ने नियमित ट्रेनों की संख्या में भी बढ़ोतरी की है। अब टोकन प्रणाली शुरू होने से उम्मीद की जा रही है कि मेट्रो में पहले की तरह भीड़ होने लगेगी। वैसे भी कोलकाता मेट्रो ने हाल ही में गत 24 जुलाई को नॉन एसी मेट्रो रेक को अलविदा कहा है और केवल एसी रेक चलाए जा रहे हैं जिनके संचालन में खर्च भी अधिक है। केवल स्मार्ट कार्ड के जरिए यात्रा की अनुमति होने की वजह से मेट्रो की आय भी कम हो रही थी। अब टोकन प्रणाली दोबारा शुरू होने से यात्रियों के साथ-साथ मेट्रो रेल को भी लाभ होगा।
बुकिंग काउंटर पर बैठने वाले कर्मचारियों को टोकन देते समय शारीरिक दूरी का पालन करने, गल्वस पहने और सैनिटाइजर का इस्तेमाल बार-बार करने की हिदायत दी गई है।