चितरंजन (संवाददाता): चितरंजन साहा उर्फ चित्तो ( 54 ) की हत्या की साजिश में रूपनारायणपुर पुलिस ने आखिरकार उनकी ही हत्या की षडयंत्रकारी हत्यारण पत्नी चंदना साहा ( 49 ) को गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया । घटना के संदर्भ में बताया जाता है कि चंदना साहा ने अपने प्रेमी आदित्यों चार ( 52 ) के साथ मिलकर पति चितरंजन साहा उर्फ चित्तो ( 54 ) की हत्या की साजिश रची गई , अधेड़ प्रेमी आदित्यों चार ने चंदना के कहने पर बीते 20 जुलाई को चित्तरंजन साहा की गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी थी । आरोपी आदित्यों चार ने साजिश और अपराध की एक एक बिंदु पर पुनः पाँव रखते हुए अपने कुकृत्य और नृसंश हत्या की पटकथा को पुलिस के सामने चरितार्थ कर दिखाया । पुलिस सूत्रों की माने तो हत्या के बाद पुलिस ने काल डिटेल के आधार पर अभियुक्त आदित्यों चार को पुरुलिया जिला सातुड़ी थाना के लेदीयान गाँव के बीते 31 जुलाई को धर दबोचा , और 1 अगस्त को आसनसोल न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर 10 दिनों की रिमांड की अपील की ।अपील स्वीकार होने के बाद रूपनारायणपुर फाड़ी प्रभारी मनोजित धारा ने आरोपी के निशानदेही पर हत्या में युक्त चाकू , मोबाइल फोन और मोटरसाइकिल बरामद किया । साथ ही आरोपी ने अपना सभी जुर्म और चंदना साहा की संलिप्तता भी काबुल कर लिया , आरोपी ने बताया कि में जब भी अपनी प्रेमिका से मिलने जाता उनके पति उस पर अत्याचार करता तथा उसके साथ मारपीट करता , कई वर्षों के इस अत्याचार के कारण पानी सर के ऊपर से गुजर गया था , अलबत्ता एक दिन मृतक चित्तरंजन की राह देखकर , उन्हें जमकर शराब पिलाकर उन्हें घर छोड़ने के बहाने छातीमातला की सुनसान जंगल में ले गया , जहाँ उसे धक्का देकर गिरा दिया , और गर्दन में रस्सी फसाकर बांध दिया , जिसके बाद चाकू से उसका गला काट दिया । बताया जाता है कि घटना के बाद आरोपी 2 घंटे तक कल्याणग्राम मे रुका रहा और फ़ोन पर प्रेमिका को खुशखबरी दे कहा कि रास्ते का पत्थर को हमने खत्म कर दिया , जिसके बाद आरोपी अपने घर पुरुलिया चले गए , हालांकि इसी फ़ोन कॉल ने चंदना और आदित्यों हवालात में पहुँचा दिया । घटना के संदर्भ में बतातें चले कि बीते 21 जुलाई को सालानपुर थाना अंतर्गत रूपनारायणपुर फाड़ी क्षेत्र के जीतपुर उत्तर रामपुर पंचायत के नमोकेशिया छातिमतला के समीप जंगल से शुक्रवार सुबह एक व्यक्ति का गला कटा हुआ शव बरामद हुआ था । जिसकी शिनाख्त चितरंजन साहा उर्फ चित्तो ( 54 ) के तौर पर हुई वे कल्याणग्राम 5 में एक किराए के मकान में परिवार के साथ रहते थे । मृतक चित्तरंजन उर्फ चित्तो अमलादही बाजार में चाय बेचते थे ।