
आसनसोल। सनातन धर्म के सबसे पवित्र दिनों में से एक कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को पश्चिम बर्धमान जिले के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। दामोदर नदी के बर्नपुर घाट, डिसरगढ़ घाट तथा बराकर नदी घाटों पर हजारों श्रद्धालु पुण्य स्नान के लिए पहुंचे।
बराकर नदी के घाटों पर धनबाद, गोविंदपुर, निरसा, चितरंजन और जामताड़ा सहित आसपास के क्षेत्रों से श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचे और पवित्र स्नान किया।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन गंगा या पवित्र नदी में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है तथा अनजाने में हुए पापों से मुक्ति मिलती है। स्नान के बाद दान-पुण्य का भी विशेष महत्व बताया गया है।
हालांकि, हर वर्ष बढ़ती श्रद्धालु संख्या के बावजूद घाटों पर बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी देखी गई। श्रद्धालुओं ने प्रशासनिक व्यवस्था पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के लिए पुलिस की कोई समुचित व्यवस्था नहीं थी।
विशेषकर महिलाओं ने शिकायत की कि सार्वजनिक शौचालय और कपड़े बदलने के लिए सुरक्षित स्थान (चेंजिंग रूम) की व्यवस्था नहीं थी, जिससे उन्हें भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
श्रद्धालुओं ने मांग की कि भविष्य में इस तरह के धार्मिक अवसरों पर प्रशासन द्वारा घाटों पर सुरक्षा, स्वच्छता और बुनियादी सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की जाए, ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो और धार्मिक आयोजन श्रद्धा एवं गरिमा के साथ संपन्न हो सके।
