दुर्गापुर। स्वास्थ्य और पोषण के प्रति आम जनता में जागरूकता बढ़ाने के लिए एनएसएचएम नॉलेज कैंपस, दुर्गापुर द्वारा ‘न्यूट्रीशन कॉन्क्लेव 2025’ का आयोजन किया गया। दुर्गापुर के एक प्रसिद्ध निजी होटल में आयोजित इस दिवसीय परिचर्चा में देश के विभिन्न हिस्सों से आए प्रख्यात डॉक्टर, पोषण विशेषज्ञ और स्वास्थ्य कार्यकर्ता एकत्रित हुए और आधुनिक आहार, स्वास्थ्य जागरूकता और स्वस्थ जीवन शैली के संदेश पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन, वैदिक मंत्रोच्चार और सरस्वती वंदना के साथ हुई। स्वागत भाषण एनएसएचएम नॉलेज कैंपस के निदेशक प्रोफेसर डॉ. आलोक सत्संगी और मुख्य विकास अधिकारी संदीप बनर्जी ने दिया। उन्होंने कहा, “इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य वर्तमान पीढ़ी में उचित आहार और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता विकसित करना है। स्वास्थ्य ही भविष्य की पूंजी है।”
भारत सरकार के भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की सहायक निदेशक पायल माझी इस कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। दुर्गापुर नगर निगम की प्रशासनिक अध्यक्ष अनिंदिता मुखर्जी भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थीं और उन्होंने आयोजकों को बधाई दी। उन्होंने कहा, “इस तरह की स्वास्थ्य जागरूकता पहल आज बहुत ज़रूरी है। शहर के आम लोगों तक इस तरह का संदेश पहुँचाना बेहद सराहनीय है।” इस सम्मेलन में देश के विभिन्न प्रतिष्ठित डॉक्टरों और पोषण विशेषज्ञों ने भाग लिया। कार्यक्रम में डॉ. प्रशांत कुमार (आईक्यू सिटी मेडिकल हॉस्पिटल), डॉ. दीपांकर सेन (प्रयास फाउंडेशन), इप्सिता चक्रवर्ती (मुख्य आहार विशेषज्ञ), डॉ. अनिंदिता रॉय चक्रवर्ती (महारानी काशीश्वरी कॉलेज), डॉ. मौसमी लोध (हेल्थ वर्ल्ड), प्रियांगी लाहिड़ी (क्लिनिकल डाइटीशियन और डायबिटीज एजुकेटर), कल्पना रॉय, डॉ. अमित कुमार डे (विशेषज्ञ चिकित्सक मधुमेह और मेटाबोलिक विकार), सौमेंदु घोष (कॉग्निज़ न्यूट्रिशन), डॉ. अर्नब चटर्जी (आसनसोल गर्ल्स कॉलेज), डॉ. राकेश कुमार (आईक्यू सिटी मेडिकल कॉलेज) और अन्य शामिल थे। अपनी चर्चाओं और भाषणों के माध्यम से, वक्ताओं ने आधुनिक जीवन में खान-पान की आदतों में बदलाव, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, मधुमेह, श्वसन संबंधी समस्याओं, हड्डियों की समस्याओं, मोटापे और मानसिक स्वास्थ्य पर संतुलित आहार के प्रभाव पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रस्तुत की। एक विशेष परिचर्चा में डॉक्टरों ने कहा कि अनियमित जीवनशैली, अस्वास्थ्यकर खान-पान और मानसिक तनाव के कारण युवा पीढ़ी विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त है। इन समस्याओं से बचने के लिए विशेषज्ञों ने उचित खान-पान, स्वस्थ जीवनशैली और मानसिक स्वास्थ्य देखभाल पर ज़ोर दिया।
कार्यक्रम का एक आकर्षण खुला प्रश्नोत्तर सत्र रहा, जहाँ दर्शकों और छात्रों को डॉक्टरों और पोषण विशेषज्ञों से स्वास्थ्य और पोषण संबंधी विभिन्न प्रश्नों के उत्तर जानने का अवसर मिला। आयोजकों ने बताया कि ‘न्यूट्रिशन कॉन्क्लेव 2025’ के माध्यम से दुर्गापुर के लोगों को स्वच्छता, खाद्य जागरूकता और स्वस्थ जीवन के प्रति प्रोत्साहित किया गया है। आयोजक अधिकारियों और पोषण विशेषज्ञों के सम्मेलन ने आश्वासन दिया कि आने वाले दिनों में इस तरह की पहल और व्यापक रूप से की जाएगी।