रानीगंज। रानीगंज के तिराट, हाड़ाभांगा एवं डामालिया के स्थानीय लोगों ने तृणमूल के बैनर तले अवैध बालू खनन, ओवरलोडेड वाहनों का परिवहन बंद करने, जर्जर सड़कों की मरम्मत, हाड़ाभांगा ब्रिज की मरम्मत की मांग पर हाड़ाभांगा ब्रिज को जाम कर बालू लदे वाहनों का परिवहन बंद कर दिया एवं अवैध बालू खनन के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शन का नेतृत्व तिराट अंचल तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष प्रकाश चौहान एवं सक्रिय तृणमूल नेता रमाशंकर सिंह ने किया. प्रदर्शन करते हुए प्रकाश चौहान ने कहा कि दामोदर नदी से लगातार 12 से 18 चक्का तक के वाहनों में अवैध रूप से ओवरलोड बालू लेकर ट्रक ग्रामीण सड़कों से निकल रहे हैं. इन सड़कों की क्षमता 10 टन है परंतु 40 से 60 टन तक के वाहन यहां से गुजर रहे हैं. जिससे सड़कों की हालत अत्यंत ही जर्जर हो गई है. हाड़ाभांगा ब्रिज पूरी तरह से जर्जर हो चुका है वह कभी भी टूट सकता है. इसके अलावे यहां से अवैध चालान के माध्यम से भी ट्रक निकल रहे हैं. चालान है बांकुड़ा जिले का एवं ट्रक निकल रहे हैं रानीगंज के तिराट से. इसके अलावा रात में बिना चालान के भी वाहन निकल रहे हैं परंतु कोई देखने वाला नहीं है. आज हमलोगों ने वाहन को रोक कर प्रदर्शन किया है. हमलोग आज चेतावनी देकर छोड़ रहे हैं अगर यहां ओवरलोडेड वहां चलना बंद नहीं हुआ तो हमलोग बालू घाट को बंद कर देंगे क्योंकि ममता बनर्जी ने खुद कहा है कि ग्रामीण सड़कों से भारी वाहन चलने से स्थानीय लोग रोक लगाएं.
वहीं रामाशंकर सिंह ने कहा कि लंबे समय से हमलोग अवैध बालू के खिलाफ प्रशासन को शिकायत किए हैं. अवैध बालू चलने से रास्ते खराब हो गए हैं, ब्रिज जर्जर हो गया है. जिसे लेकर पुलिस प्रशासन, बीडीओ, पंचायत सभी को शिकायत किया गया है परंतु कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है. आज हमलोग बाध्य होकर सड़क पर उतरे हैं. यहां की समस्याओं को लेकर ग्रामीण जब प्रदर्शन करते हैं तो पुलिस उन्हें उठा लेती है. पुलिस का कहना होता है कि घाट पर जाकर प्रदर्शन करें। परंतु सड़क जो जर्जर हो रही है उसे कौन देखेगा ? शिकायत करने के बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है. इसलिए हमलोग सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. अगर यहां अवैध कार्य बंद नहीं हुआ हम लोग जोरदार आंदोलन करेंगे.प्रदर्शन की खबर पाकर निमचा फांड़ी पुलिस दलबल के साथ मौके पर मौजूद थी। लगभग 3 घंटे तक सड़क जाम रही पुलिस ने किसी तरह से समझा बूझकर प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया एवं ग्रामीणों की समस्या को लेकर घाट मालिक एवं संबंधित अधिकारियों से बात कर समस्या का समाधान करने का आश्वसन दिया.