वक्फ के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान रेलवे में तोड़फोड़ की शुभेंदु ने की एनआईए जांच की मांग, रेल मंत्री को लिखा पत्र

कोलकाता, 12 अप्रैल । पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में उग्र प्रदर्शनों के दौरान रेलवे संपत्ति में हुई तोड़फोड़ की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपने की मांग की है। अधिकारी ने अपने पत्र में इस बात पर चिंता जताई कि मुर्शिदाबाद जिले में कई रेलवे स्टेशनों पर व्यापक स्तर पर हिंसा और तोड़फोड़ हुई है, जिसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।
शुभेंदु अधिकारी ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि मुर्शिदाबाद जिला बांग्लादेश की सीमा से सटा हुआ है और इस क्षेत्र में हुई हिंसक घटनाओं की संवेदनशीलता को देखते हुए एनआईए जैसी विशेषज्ञ एजेंसी द्वारा जांच कराना जरूरी है। यदि इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी जाती है तो हिंसा के पीछे सक्रिय षड्यंत्रकारियों के चेहरे बेनकाब किए जा सकेंगे और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जा सकेंगे।

शुभेंदु अधिकारी ने केंद्र सरकार से मांग की है कि इस मामले की गहन जांच कराई जाए ताकि क्षेत्र में शांति बहाल की जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस रणनीति बनाई जा सके। उन्होंने शांति बहाली के लिए इलाके में सेना की तैनाती की भी मांग की है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को मुर्शिदाबाद जिले के धुलियानडांगा और निमतिता स्टेशनों के बीच वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रेलवे पटरियों को बाधित किया और रेलवे संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया। इस हिंसक प्रदर्शन के चलते न्यू फरक्का-अजीमगंज सेक्शन में लगभग छह घंटे तक रेल सेवाएं प्रभावित रहीं। इस दौरान यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
पश्चिम बंगाल पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून व्यवस्था) जावेद शमीम ने बताया कि हिंसा पर काबू पाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर चार राउंड फायरिंग की, जिसमें दो लोग घायल हो गए। अब तक इस मामले में 118 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस का कहना है कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है और अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।

 

 

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