कोलकाता । अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर दक्षिण कोलकाता के प्रातः भ्रमणकारी वरिष्ठ नागरिकों की संस्था मुक्त मंच ने एक सांस्कृतिक आयोजन स्थानीय प्रशांत सूर उद्यान के उन्मुक्त प्राकृतिक परिवेश में किया। इस अवसर पर हाल ही में दिवंगत कवि प्रतूल मुखोपाध्याय का बहुचर्चित गीत- आमी बांग्लाय गान गाई का सामूहिक गायन हुआ। इसके अलावा हिंदी के वरिष्ठ कवि रावेल पुष्प ने बांग्ला के कवि नीरेंद्रनाथ चक्रवर्ती की प्रसिद्ध कविता-, उलंग राजा का हिंदी अनुवाद नंगा राजा प्रस्तुत किया।
गौतम सेन गुप्ता के संयोजन एवं संचालन में हुए इस कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के इतिहास और इसकी उपयोगिता पर वक्ताओं ने अपनी बातें रखीं तथा आवृत्ति करने वालों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में शिरकत करने वालों में शामिल रहे- सर्वश्री रवींद्र चक्रवर्ती, अरूणाभ विश्वास,अरुण चक्रवर्ती, आरती घोष, सुप्ति सेनगुप्त, तृप्ति चक्रवर्ती, शेफाली देव, लिपिका दे, शिवानी साहा,काकली भादुड़ी,रानी विश्वास, तथा अन्य।कार्यक्रम की सहयोगिता में सक्रिय रूप से शामिल रहे- श्यामा प्रसाद मंडल, उदय राय, अशोक गुप्त, नारायण मजूमदार तथा अन्य।
उद्यान में प्रातः भ्रमणकारी नागरिक अच्छी खासी संख्या में श्रोताओं के रूप में उपस्थित रहे।