कोलकाता । पश्चिम बंगाल सरकार के सूचना एवं संस्कृति विभाग के अंतर्गत पश्चिमबंग हिंदी अकादमी ने अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर हेमंत भवन में एक बहुभाषी कवि सम्मेलन काव्य सरिता आयोजित किया, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थे -कलकत्ता विश्वविद्यालय के भूतपूर्व प्राचार्य तथा अध्यक्ष डॉ अमरनाथ। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि हम जब तक अपनी मातृभाषा में नहीं पढ़ते-लिखते तब तक हम मौलिक चिंतन नहीं कर पाते और हमेशा मस्तिक में अनुवाद करते रह जाते हैं।
वरिष्ठ साहित्यकार और अकादमी के सदस्य रावेल पुष्प के संचालन में हुए इस सम्मेलन में शिरकत करने वाले कवियों में शामिल थे- सर्वश्री सविता पोद्दार,रौनक अफ़रोज़,भूपेंदर सिंह बशर, फटिक चौधरी,रावेल पुष्प और मृदुला कोठारी। सभी कवियों ने अलग-अलग भाषाओं में काव्य के विभिन्न रसों से पगी कविताएं सुनाईं, जिससे सभी श्रोता बड़ी सहजता से गृहण कर आनन्दित हुए। अकादमी की सदस्य रचना सरन ने जहां स्वागत वक्तव्य दिया, वहीं प्रशासनिक अधिकारी उत्पल पाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।