वृद्ध आश्रम पहुंची अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार की टीम
आसनसोल: ‘ जिस माता – पिता ने आपको जन्म देकर एक अच्छी परवरिश। दी।आपको इस काबिल बनाया ताकि आप समाज में इज्जत और पैसों के साथ शान से रह सकें,उनको ही बुढ़ापे में जब आप इग्नोर करते हैं,तो उनके दिल पर क्या गुजरती होगी,ज़रा कल्पना कीजिए। थोड़ी देर के लिए खुद को उनकी जगह रखकर सोचिए।उनके दर्द का एहसास हो जाएगा।’ ये कहना है मीडिया पर्सनैलिटी और इंटरनेशनल इक्विटेबल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल के चेयरमैन ( इंटरनेशनल बोर्ड) संजय सिन्हा का ।रविवार को सांकतोड़िया स्थित आद्या – शक्ति ओल्ड एज होम पहुंचकर वे भावुक हो उठे।उन्होंने आगे कहा कि, ‘ बुजुर्गों को प्यार और भरपूर इज्जत मिले,जिसके वे हकदार हैं।आजकल के बच्चों को उनके लिए एक मिनट का भी वक्त नहीं है।’ रविवार को इंटरनेशनल इक्विटेबल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल की टीम ओल्ड एज पहुंचकर बुजुर्गों के साथ वक्त बिताया।उन्हें भोजन कराया और उनके लिए जरूरी दवाएं भी दीं।संस्था की ओर से ओल्ड एज होम के संचालक समीर आचार्य को सम्मानित करते हुए उन्हें बुजुर्गों के लिए महत्वपूर्ण दवाओं का एक बड़ा पैकेज प्रदान किया।चेयरमैन संजय सिन्हा के साथ उपस्थित थे जिला एक्सक्यूटिव अध्यक्ष दीपांजना दे कुंडू,प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मोहम्मद अमजद अंसारी,प्रदेश माइनॉरिटी विंग के उपाध्यक्ष मोहम्मद समीर,जिला अध्यक्ष अभिषेक दास,उपाध्यक्ष कौशिक रॉय चौधरी,मंसूर खान,सुशील नोनिया,प्रियव्रत सरकार,राजशेखर साधु, आशा नाथ, अनिमा सेन, आलो नाथ,गोपा दास, बुल्टी नाथ ,चंदन कुंडू,अजितेश साहा आदि।इस मौके पर एक बैठक भी हुई,जिसमें संगठन की मजबूती पर चर्चा की गई।चेयरमैन संजय सिन्हा ने सभी पदाधिकारियों से ये अनुरोध किया कि वे अपने स्तर पर सक्रिय रहें और सामाजिक कार्य करते रहें।लोगों को ह्यूमन राइट्स के प्रति जागरूक भी करें।