
कोलकाता 2 फरवरी। अन्तर्राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था रचनाकार ने कोलकाता के 48 वें अन्तर्राष्ट्रीय पुस्तक मेले में नुक्कड़ कवि गोष्ठी का सफल आयोजन किया। यह गोष्ठी आनन्द प्रकाशन के स्टॉल पर रखी गई थी , जिसका उपस्थित रचनाकारों तथा साहित्य प्रेमियों ने लुत्फ़ उठाया।
रचनाकार के संस्थापक सभापति सुरेश चौधरी की अध्यक्षता तथा रचना सरन के संचालन में हुई काव्य गोष्ठी में डा.शंभुनाथ,रंगकर्मी व कवि दिनेश वढेरा, डॉ जसबीर चावला,रावेल पुष्प, अतुल कुमार , सुनील कुमार शर्मा और कृष्ण कुमार दूबे सहित शहर के अनेक रचनाकारों ने शिरकत की। रचनाकार के सदस्यों में चन्दा प्रहलादका, रेखा ड्रोलिया ,भारती मिश्रा, शशि लाहोटी, डॉ ऊषा पाण्डेय,सविता भुवानिया, आलोक चौधरी ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं का मन मोह लिया। रावेल पुष्प की कविता “बहुरूपिया” , अतुल कुमार की ” महाभारत” और “चलो एक खेल खेलें” को ख़ूब सराहा गया।दिनेश वढेरा ने गुजराती कविता के साथ ही उसका अनुवाद भी सुनाया। डॉ. एच.इबकर ने बांग्ला कविता सुनाकर प्रभावित किया । आलोक चौधरी के गीत “वाणी ने छेड़े जब वीणा के तार” को बहुत सराहा गया। मंजु श्रीवास्तव ने अपनी रचना “जब अंधेरा हो,दीपक जला दीजिए” और रचना सरन की तरन्नुम में गाई ग़ज़ल प्रस्तुति ने प्रभावित किया।
व्ही. अरूणा, प्रिया श्रीवास्तव, फरहान, सुषमा कुमारी और प्रयागराज से पधारे धीरेन्द्र धवल ने भी अपनी रचनाएं प्रस्तुत की।
