आसनसोल: ‘पश्चिम बंगाल में प्रतिभाओं और विभूतियों की कतई कमी नहीं है।यहां के ज़र्रे – ज़र्रे में प्रतिभाएं छिपी हुई हैं। ऐसी ही कुछ विभूतियों और प्रतिभाओं को बंग गौरव आइकन अवार्ड्स 2025 से विभूषित किया जाएगा,ताकि वे भविष्य में और भी बेहतर कार्य करें।” ये कहना है मीडिया पर्सनैलिटी और इंटरनेशनल इक्विटेबल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल के चेयरमैन (इंटरनेशनल बोर्ड) संजय सिन्हा का।रविवार को संस्था के कार्यालय में मीडिया से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि ‘ पश्चिम बंगाल में हमारे लगभग 3 हजार सदस्य हैं, जो अपने अपने क्षेत्रों में सक्रिय हैं और सामाजिक कार्य कर रहे हैं।हम जमीनी स्तर पर कार्य करना चाहते हैं।आम लोगों को जगाना चाहते हैं,ताकि वे अपने अधिकाओं के लिए लड़ सकें।बंग गौरव आइकन अवार्ड समारोह के दौरान हम ह्यूमन राइट्स पर आधारित एक वर्कशॉप भी करेंगे।’ एक प्रश्न के जवाब में संजय सिन्हा ने कहा कि ‘ आज भी ज्यादातर लोग ये नहीं जानते कि उनके क्या क्या अधिकार हैं।उन्हें कानून की रत्ती भर भी जानकारी नहीं है।मेरा मानना है कि सभी को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए,ताकि मानव अधिकारों का हनन न हो सके।दुर्भाग्य की बात तो ये है कि आज 21 वीं सदी में भी कदम कदम पर मानव अधिकारों का हनन हो रहा है,जो लोकतंत्र के गाल पर तमाचा है।यूरोपीय देशों के लोग,भारत से कहीं ज्यादा जागरूक हैं,लेकिन हमने कभी अपने अधिकारों के बारे में सोचा ही नहीं। जागिए…अभी भी वक्त है।अपनी शक्ति को पहचानिए।नीति निर्धारकों ने बहुत सारे अधिकार दिए हैं आपको। ‘