अयोध्या में जन्म स्थल पर राम मंदिर के लिए पांच सौ वर्षों तक सनातन धर्मियों ने संघर्ष किया।
1 जून को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर परिसर में मंदिर के गर्भगृह का शिलान्यास यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि न्यास के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद गिरी महाराज विशेष तौर से उपस्थित रहे। स्वामी गोविंद गिरी ने ही धार्मिक रस्में संपन्न करवाई। योगी आदित्यनाथ वाकई भाग्यशाली है जिन्हें भगवान राम के मंदिर के गर्भगृह का शिलान्यास करने का अवसर मिला है। गर्भगृह में ही प्रतिमाओं को स्थापित किया जाएगा। किसी भी मंदिर का गर्भगृह ही मंदिर की आत्मा होती है। सब जानते हैं कि अयोध्या में 110 एकड़ भूमि पर एक हजार करोड़ की लागत से राम मंदिर बन रहा है। इस मंदिर की नींव 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी। 1 जून को जिस गर्भगृह की नींव सीएम योगी ने रखी वह 20 फिट चौड़ा और 30 फिट चौड़ा बनेगा। इसमें विशेष प्रकार के लाल पत्थर लगाए जाएंगे। योगी ने अभिजीत नक्षत्र में शिला पूजन किया। इस अवसर पर योगी ने कहा कि सनातन धर्मियों की पांच सौ वर्षों की संघर्षपूर्ण साधना अब सिद्ध हुई है। हर भारतीय के लिए यह गौरव की बात है। योगी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष रहे स्वर्गीय अशोक सिंघल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं और विचार परिवार के लोगों का विशेष योगदान रहा है। जो मंदिर बनाया जा रहा है वह एक हजार साल तक सुरक्षित रहेगा।