कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म औफ बेरहमी से हत्या के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बुधवार को 12 घंटे के लिए बंगाल बंद का नेतृत्व किया।
‘बांग्ला बंद’ के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुईं, जिसका राज्य के कई इलाकों में पुलिस और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बंद समर्थकों की झड़पों के मद्देनजर मिलाजुला असर रहा।
इनमें से सबसे महत्वपूर्ण झड़पें उत्तर 24 परगना जिले के भाटापारा से हुईं, जहां बीजेपी ने आरोप लगाया कि टीएमसी के गुंडों ने उसके स्थानीय नेता प्रियांगु पांडे की कार पर कई राउंड फायरिंग की और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अटीएमसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा के बंद के खिलाफ प्रदर्शन किया।
नादिया में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प। पुलिस से भी हाथापाई।
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने बीजेपी पर हाईस्कूलों को जबरन बंद कराने का आरोप लगाया।
बीजेपी नेता अर्जुन सिंह ने आरोप लगाया कि सहायक पुलिस आयुक्त की मौजूदगी के बावजूद उनकी पार्टी के नेता प्रियंगु पांडे पर सात राउंड गोलियां चलाई गईं।
पश्चिम बंगाल पुलिस ने उत्तर 24 परगना में उस स्थान से खाली बम के खोल बरामद किए, जहां बीजेपी नेता प्रियांगु पांडे पर कथित तौर पर गोलीबारी की गई थी।
कई बीजेपी नेता हिरासत में लिए गए। जिसमें पूर्व सांसद रूपा गांगुली भी शामिल रहे। इन्हें गरियाहाट पुलिस ने हिरासत में लिया, क्योंकि पार्टी ने पूरे राज्य में बंगाल बंद का आह्वान किया।
पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट दोपहर 12 बजे तक विरोध मार्च निकालेगा।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने बंगाल बंद के खिलाफ दायर जनहित याचिका खारिज की।
बंद के बीच ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में बलात्कार के लिए मृत्युदंड की मांग करने वाला विधेयक पेश करने के लिए अगले सप्ताह राज्य विधानमंडल की एक विशेष बैठक बुलाई जाएगी।
बंगाल सीएम ने बंद को ‘अवैध’ बताने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट का हवाला दिया।
बलात्कारियों को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर 31 अगस्त को हर ब्लॉक में टीएमसी प्रदर्शन का ऐलान किया गया।
कोलकाता बलात्कार-हत्या मामले पर राष्ट्रपति मुर्मू की टिप्पणी। कहा कि अक्सर ‘निंदनीय मानसिकता’ महिलाओं को कमतर, कम शक्तिशाली, कम सक्षम, कम बुद्धिमान के रूप में देखती है।
बीजेपी नेता और सांसद हेमा मालिनी ने मामले में त्वरित कार्रवाई का आग्रह किया।
बीजेपी ने ममता सरकार पर डॉक्टरों को धमकाने का आरोप लगाया।
सुकांत मजूमदार ने ममता बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
क्यों किया गया ‘बांग्ला बंद’?
बुधवार सुबह 6 बजे शुरू हुआ ‘बांग्ला बंद’ मंगलवार को ‘नबन्ना अभियान’ या सचिवालय तक मार्च में भाग लेने वालों पर पुलिस की कार्रवाई के विरोध में बुलाया गया था। यह मार्च नवगठित छात्र समूह छात्र समाज द्वारा आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या के विरोध में आयोजित किया गया था।
राज्य आंशिक रूप से प्रभावित
बंद ने राज्य में दैनिक जीवन को आंशिक रूप से प्रभावित किया और कई लोगों ने बाहर गड़बड़ी की आशंका के चलते घर के अंदर रहना ही बेहतर समझा। कोलकाता में, सामान्य सप्ताह के दिनों की चहल-पहल गायब थी और बसें, ऑटो-रिक्शा और टैक्सियां कम संख्या में चल रही थीं। निजी वाहन भी काफी कम थे, हालांकि बाजार और दुकानें खुली रहीं। स्कूल और कॉलेज खुले थे, हालांकि छात्रों की संख्या कम थी। कोलकाता के कई अंग्रेजी-माध्यम स्कूलों ने कक्षाएं निलंबित कर दीं। कई निजी कार्यालयों में, कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहा गया और उपस्थिति कम रही। हालांकि, सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति सामान्य रही।
कई BJP नेता हिरासत में
दक्षिण कोलकाता के गरियाहाट इलाके से पूर्व सांसद रूपा गांगुली और विधायक अग्निमित्र पॉल को, श्यामबाजार से पार्टी नेता राहुल सिन्हा और तमघना घोष को, साल्ट लेक से राज्यसभा सांसद समिक भट्टाचार्य और कोलकाता के पार्षद सजल घोष को उनके आवास से हिरासत में लिया गया। लॉकेट चटर्जी और अलीपुरद्वार में भाजपा सांसद मनोज तिग्गा को भी पुलिस ने हिरासत में लिया। हालांकि, भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि पार्टी लोगों को बंद करने के लिए मजबूर नहीं कर रही है।
सड़क परिवहन और रेलवे भी प्रभावित
पूर्वी रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि बंद समर्थकों ने राज्य में सियालदह और हावड़ा दोनों डिवीजनों में उसके अधिकार क्षेत्र के तहत 49 स्थानों पर पटरियों को अवरुद्ध किया। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बंद के समर्थन में उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हुगली, नादिया और मुर्शिदाबाद जिलों के विभिन्न स्टेशनों पर प्रदर्शन किया।
सड़कों पर बीजेपी समर्थकों के धरना देने से उत्तरी पश्चिम बंगाल के कूचबिहार, अलीपुरद्वार, सिलीगुड़ी और मालदा और राज्य के दक्षिणी हिस्से के पुरुलिया, बांकुरा और कुछ अन्य स्थानों पर सार्वजनिक परिवहन सेवाएं बाधित हुईं। विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने पूर्वी मेदिनीपुर के नंदीग्राम में विरोध मार्च का नेतृत्व किया।
टीएमसी ने कहा, ‘बंद पूरी तरह से फ्लॉप’
हालांकि, टीएमसी ने इस बंद को पूरी तरह फ्लॉप बताया है। टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि बीजेपी का बंद पूरी तरह से फ्लॉप रहा। हम आरजी कर मामले में भी न्याय चाहते हैं। कोलकाता पुलिस ने सिर्फ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, सीबीआई अब तक एक भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं कर पाई। आज बंद पूरी तरह से सामान्य है। 1-2 इलाकों में कम लोग दिखे और कुछ दुकानें और बाजार थोड़ी देर से खुले क्योंकि उन्होंने रेलवे लाइन को बाधित किया था, लेकिन कुल मिलाकर लोगों का कोई समर्थन नहीं मिला… औद्योगिक क्षेत्र में उपस्थिति 85% से ज़्यादा है, चाय बागानों में उपस्थिति 80% से ज़्यादा है और आईटी सेक्टर में उपस्थिति 100% है, इसलिए सब कुछ सामान्य है।
(इनपुट= मीडिया रिपोट्स + पीटीआई)