जामुड़िया। जामुड़िया विधानसभा अंतर्गत ब्लाक दो के हिजलगोड़ा ग्राम में स्थित रेशमी कारखाना तैयार करने के लिए लोगों से जमीन तो ली गई लेकिन इतने सालों बीत जाने के बाबजूद भी यह कारखाना आधा अधुरा पड़ा हुआ है।कारखाना को सम्पूर्ण रूप से बनाकर अभी तक चालू नही किया गया है ताकि इस कारखाना के चालू होने पर स्थानीय बेरोजगार युवकों को नौकरी मिल सके।फैक्ट्री को जल्द से जल्द चालू करने की मांग पर सोमवार को हिजलगोड़ा ग्राम रक्षा कमिटी की ओर से कारखाना गेट के समक्ष सैकड़ों लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर घंटों धरना प्रदर्शन किया।हिजलगोड़ा ग्राम रक्षा कमिटी के बैनर तले ग्रामीणों द्वारा कारखाना गेट के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया।इस दौरान स्थानीय निवासी युवा नेता जुएल काजी ने कहा की आज से 15 वर्ष पहले 2009 में रेशमी कारखाना के द्वारा फैक्ट्री लगाने के लिए हिजलगोड गांव के लोगो का जमीन अधिग्रण किया गया था।वही जमीन अधिग्रहण के दौरान प्रबंधन द्वारा आश्वासन दिया गया था की गांव के लोगों को रोजगार के सुअवसर मिलेगा लेकिन ऐसा कुछ भी नही हुआ।उन्होंने कहा की 6 महीने पहले कारखाना प्रबंधन के साथ हुई वार्ता में कहा गया था की 200 लोगों को कारखाना में काम दिया जायेगा लेकिन फैक्ट्री प्रबंधन वादाखिलाफी कर रही है।फैक्ट्री प्रबंधन जब तक कोई सकारात्मक जवाब नही देती है तब तक शांतिपूर्ण रूप से आंदोलन जारी रहेगा।रेशमी कारखाना के सीनियर मैनेजर(लैंड) पलाश बनर्जी ने कहा की महज चार पांच परिवार के लोगों के कारण प्रोजेक्ट अटका हुआ है जिनके जमीन का समाधान नहीं हो पा रहा है।उन्होंने बताया की 38.5 एकड़ सरकारी भेषट जमीन 22 करोड़ देकर खरीदा गया है तथा 15.5 एकड़ जमीन की मंजूरी जल्द ही नबान्नो से हरी झंडी मिलने के बाद हो जायेगी।वही अभी भी जमीन अधिग्रण का काम चल रहा है लेकिन कुछ लोगों की वजह से प्रोजेक्ट का काम रूका हुआ है।उन्होंने कहा की इस समस्या के समाधान के लिए जरूरत पड़ने पर उच्च नेतृत्व से संपर्क किया जायेगा।