कोलकाता । देश के ऐतिहासिक न्यायालयों में शुमार रहे कलकत्ता हाईकोर्ट में सरकार के खिलाफ फैसलों को लेकर वकीलों के बिच हाथापाई से चिंतित मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आपात बैठक बुलाई है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वरिष्ठ अधिवक्ता और सांसद कल्याण बंद्योपाध्याय, कानून मंत्री मलय घटक और राज्य बार काउंसिल के अध्यक्ष तथा विधायक अशोक कुमार देव को तलब किया है। उन्हें बुधवार अपराह्न सचिवालय आने के लिए कहा गया है। दोपहर तीन बजे तक ममता इन तीनों लोगों के साथ बैठक कर सकती हैं।
जानकारो के मुताबिक राज्य में लगातार सीबीआई जांच के आदेश को लेकर मुख्यमंत्री ने स्थिति से निपटने के लिए तीनों को तलब किया है। न्यायालय के आदेशों से साफ है कि कोर्ट ने राज्य पुलिस पर भरोसा करना लगभग छोड़ दिया है। कई लोगों के मुताबिक, ममता बनर्जी मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के रूप में भी समझती हैं कि पुलिस के इस लगातार अविश्वास का असर आम जनता पर भी पड़ रहा है जो राज्य में समग्र कानून व्यवस्था की स्थिति के लिए अच्छी बात नहीं है। बैठक में इस पर भी चर्चा होगी।
इसके अलावा पिछले कुछ दिनों में कलकत्ता हाई कोर्ट में एक के बाद एक हुई हाथापाई की घटनाएं राज्य की किरकिरी की वजह बनी हैं।
स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) मामले की सीबीआई जांच के आदेश के बाद, वकीलों के एक वर्ग ने न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय के सत्र का बहिष्कार करने का फैसला किया। जबकि वकीलों का एक बड़ा हिस्सा इसके लिए तैयार नहीं था। मंगलवार और बुधवार को हाई कोर्ट के अंदर दोनों पक्षों के वकीलों के बीच विवाद और बाद में हाथापाई हुई है। बैठक में इसपर भी चर्चा हो सकती है।