कोलकाता । निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानन्द भारती महाराज ने सत्संग भवन में श्रद्धालुओं को भाव – विभोर करते हुए कहा गुरु पूर्णिमा गुरुजनों को समर्पित परम्परा है । ब्रह्मलीन स्वामी रामसुखदास महाराज का स्मरण करते हुए कहा प्रभु नाम तथा सन्त – महात्मा के उपदेश, मार्गदर्शन का जीवन में अनुसरण करना प्रवचन, कथा में श्रोताओं के लिये सार्थकता है। सनातन हिन्दू धर्म में अज्ञान रूपी अन्धकार को हटा कर प्रकाश (ज्ञान) की ओर ले जाने वाले को गुरु माना गया है । राजा परीक्षित को मोक्ष की कथा के प्रसंग में कहा गुरुकृपा, सत्संग मोक्ष प्राप्ति का सरल साधन है । सत्संग भवन में 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया जायेगा । सत्संग भवन के ट्रस्टी पण्डित लक्ष्मीकांत तिवारी, दीपक मिश्रा, मुकेश शर्मा एवम श्रद्धालुओं ने व्यास पीठ का पूजन किया । अशोक तिवारी, राजू शर्मा, अभय पाण्डेय सक्रिय रहे ।