रानीगंज (संवाददाता): पांडवेश्वर विधानसभा क्षेत्र के लाउदोहा-फरीदपुर के झांझरा कम्युनिटी हॉल में भाजपा की कार्यकर्ता बैठक का आयोजन किया गया, इस बैठक में भाजपा नेता व राज्य के विरोधी दल नेता शुवेंदु अधिकारी, दुर्गापुर के भाजपा विधायक लख्खन घुरूई, पूर्व मेयर व विधायक तथा भाजपा नेता जितेंद्र कुमार तिवारी, जितेन चटर्जी तथा अन्य भाजपा नेता मौजूद रहे, बैठक के दौरान तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने जम कर भाजपाईयों का विरोध किया, गो बेक का नारा लगाया, गद्दार नेता गो बैक नारे से माहौल तनावपूर्ण हो गया, इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल और केंद्रीय बल तैनात किया गया था, तृणमूल कांग्रेस के स्लोगन के जबाब में भाजपा कर्मियों ने जय श्रीराम और बंदे मांतर का नारा लगाया।
इस बैठक में पत्रकारों को सभा स्थल में प्रवेश करने का अनुमती नहीं था। बैठक के बाद भाजपा सुत्रों ने बताया कि आसनसोल नगर पालिका चुनाव में सत्ताधारी पार्टी तृणमूल ने वोटों को लूटा था. नहीं तो भाजपा आसनसोल निगम में बोर्ड बना लेती। उन्होंने कहा, “हम चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस के हिंसा के लिए तैयार नहीं थे।” लेकिन इस बार हम तैयार हैं। इसलिए 12 अप्रैल को आसनसोल उपचुनाव में शुवेंदु अधिकारी ने संदेश दिया कि कार्यकर्ता निर्भीक होकर मतदान प्रक्रिया में शामिल हों.
बैठक के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत किया और तृणमूल विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती के वायरल वीडियो और इस संबंध में आयोग द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में शुवेंदु बाबू ने कहा, हम आयोग द्वारा उठाए गए कदमों का स्वागत करते हैं. लेकिन हमें लगता है कि इसे गुरु के पाप के लिए एक छोटी सजा दी गई है। नरेन चक्रवर्ती को 12 अप्रैल की शाम छह बजे तक जेल में रखा जाना चाहिए था। कोयले की तस्करी के बारे में बोलते हुए, उन्होने ने विस्फोटकों की शिकायत की। उन्होंने कहा, “मुझे जानकारी है कि तस्करी के मामले में आरोपी पुलिस अधिकारी अशोक मिश्रा ने जांचकर्ताओं को पैसे के लाभार्थियों के नाम दिए हैं।” मंत्री मलय घटक, तृणमूल नेता वी, शिवदासन दाशु, जमुरिया तृणमूल विधायक हरेराम सिंह भी तस्करी के पैसे के लाभार्थी हैं।
तृणमूल कांग्रेस के इस विरोध के संबंध में पांडवेश्वर विधायक नरेंद्रनाथ चक्रबर्ती का कहना है जितेंद्र तिवारी और शुभेंदु दोनों तो पहले तृणमूल कांग्रेस के ही विधायक रहे गद्दारी किया है दोनों ने तृणमूल कांग्रेस के साथ इस लिए जनता उसका विरोध कर रही है।बैठक करने आया लेकिन बैठक में जनता नही आया इस लिए जनता के विरोध को तृणमूल कांग्रेस का विरोध बता रही है।