सांकतोड़िया : सुख-संपन्नता और पति की दीर्घायु के लिए सुहागिन महिलाओं ने वट सावित्री व्रत किया। गुरुवार को सांकतोड़िया, शीतलपुर, नितुरिया, पारबेलिया,बराकर, चिरकुंडा सहित अन्य अंचलों में पूर्ण आस्था और भक्ति भाव से महिलाओं ने वट सावित्री मनाया।
जानकारी के अनुसार वट सावित्री व्रत की पूजा जेष्ठ कृष्ण पक्ष अमावस्या में की जाती है। इस बार की अमावस्या गुरुवार को पड़ा। वट सावित्री पूजा के दिन सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर अखंड सौभाग्य की प्राप्ति और पति की लंबी उम्र के लिए बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं।
इस सिलसिले में बेवीकुमारी मंडल ने कहा कि शास्त्रों के अनुसार बरगद के पेड़ को चिरंजीवी कहा जाता है। क्योंकि इस पेड़ में ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों देवों का वास होता है।
दूसरी तरफ प्रभावती देवी ने कहा कि जिन जातकों की कुंडली में शनि दोष है। शनि की महादशा, ढैया, साढ़ेसाती चल रही है ऐसे जातक इस दिन शनि देव की विशेष पूजा-अर्चना कर दोष मुक्त हो सकते हैं। इस दिन की गई शनिदेव की पूजा-अर्चना, दान -पुण्य करने से शनि देव प्रसन्न होकर यश, वैभव, सुख संपदा की वृद्धि तीव्रता से करते हैं। इस दिन गंगा स्नान, पितरों का तर्पण करने से पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है।
इन सभी का ध्यान रखते हुए महिलाओं ने गुरुवार को वट सावित्री की विधि विधान के साथ पूजा की।