
सक्टोड़िया। कोयला क्षेत्र में सामासिक संस्कृति संस्थापन एवं राम चरित्र सदृश जनमानस में नैतिक शिक्षा के बीजारोपण के लिए ईसीएल के राजभाषा विभाग की ओर से मंगलवार को डिसेरगढ़ क्लब, झालबगान में सांस्कृतिक समागम का आयोजन किया गया जिसका विषय था भारतीय संस्कृति में राम – एक प्रेरक प्रसंग। समागम में मुख्य वक्ता के रूप में रामकृष्ण मठ, भुज (गुजरात) के स्वामी सुखानन्द जी महाराज एवं विशिष्ट वक्ता के रूप में रामकृष्ण मिशन आश्रम, आसनसोल के स्वामी सोमात्मानन्द जी महाराज को सादर आमंत्रित किया गया था। समागम में निदेशक (कार्मिक) श्रीमती आहुती स्वाईं द्वारा स्वागत भाषण एवं निदेशक तकनीकी (संचालन) श्री नीलाद्रि रॉय द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। यह आयोजन विशेष रूप से कंपनी के केवट हमारे निदेशकगण, भारतीय संस्कृति के संवाहक श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधिगण एवं समस्त क्षेत्रीय महाप्रबंधकगण, राजभाषा कर्मी एवं अन्य इच्छुक कर्मियों के लिए किया गया ताकि कोयला क्षेत्र से जुड़े समाज में सामासिक संस्कृति की समझ विकसित हो सके।
