उपचुनाव में हार के बाद एक्शन में ममता , अल्पसंख्यक सेल के नेता बदला, वाममोर्चा जमाने की फाइलें खुलेगी

 

कोलकाता, 17 मार्च । पश्चिम बंगाल में आसन्न लोकसभा चुनाव से पहले अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र सागरदिघी में तृणमूल उम्मीदवार की हार के बाद पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी एक्शन में हैं। शुक्रवार को उन्होंने पार्टी की कार्यकारिणी की उच्च स्तरीय बैठक की। तृणमूल युवा के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के भतीजी अभिषेक बनर्जी, संसदीय दल‌ के नेता सुदीप बनर्जी, शशि पांजा, चंद्रिमा भट्टाचार्य, मेयर फिरहाद हकीम सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।
इस दौरान अल्पसंख्यक क्षेत्र सागरदिघी उपचुनाव में हार की गाज पार्टी के अल्पसंख्यक सेल के नेताओं पर गिरी है। बैठक के बाद तृणमूल संसदीय दल के नेता सुदीप बनर्जी और मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने मीडिया से बात की। उन्होंने बताया कि तृणमूल अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष पद से हाजी नुरुल को हटा दिया गया है। उनकी जगह मुशर्रफ हुसैन को जिम्मेवारी मिली है। सूत्रों ने यह भी बताया कि बैठक के दौरान ममता बनर्जी ने विधायक इदरीश अली को बदजुबानी के लिए फटकार लगाई है। खलीलुर रहमान और अबू ताहिर पर भी गुटबाजी के लिए ममता ने नाराजगी जताई है। आरोप है कि ये दोनों नेता कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के संपर्क में हैं।
यह भी पता चला कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु को वाम मोर्चा के जमाने में हुए भ्रष्टाचार की फाइलें खोलने का आदेश दिया है। साथ ही इसकी जांच भी राज्य प्रशासन से जल्द से जल्द शुरू करवाने को कहा गया है। जहां तृणमूल कांग्रेस की हार हुई है वहां कोआर्डिनेशन की जिम्मेवारी ममता कैबिनेट में सिद्दीकुल्ला चौधरी को सौंपी गई है। मुशर्रफ हुसैन उनके सहयोगी होंगे। मंत्री अरूप बिस्वास को बर्दवान, नदिया और दार्जिलिंग जिले का पर्यवेक्षक बनाया गया है। जबकि फिरहाद हकीम को हावड़ा और हुगली की जिम्मेवारी दी गई है। मंत्री मलय घटक को पश्चिम मिदनापुर, पुरुलिया और बांकुड़ा की जिम्मेवारी मिली है जबकि तापस राय को दक्षिण दिनाजपुर का पर्यवेक्षक बनाया गया है। सिद्दिकुल्ला चौधरी और मुशर्रफ हुसैन को संयुक्त रूप से मालदा और मुर्शिदाबाद का प्रभार सौंपा गया है।

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