जागरूक हुई वार्ड 42 की जनता ने दिया महेश शर्मा को विजयश्री का आशीर्वाद
कोलकाता:पश्चिम बंगाल में सत्ता हासिल करने की कवायद में जुटी भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिक सपने कोलकाता नगर निगम चुनाव में चूर चूर हो गए। 34 सालों तक राज्य में शासन करने वाले वामपंथी पार्टियों का जनाधार जिस तरह से शुन्य हो गया था ठीक उसी तरह से आज की जनता पार्टी कोलकाता में 10 साल पहले की राजनीतिक कमजोरी वाली हैसियत में पहुंच गई है। 2010 के कोलकाता नगर निगम चुनाव में भाजपा को महज 3 सीटें मिली थी 5 साल बाद जब 2015 में चुनाव हुए तो यह संख्या बढ़कर सात पर पहुंच गई थी और अब एक बार फिर 2021 के चुनाव में भाजपा की जीती हुई सीटों की संख्या घटकर तीन पर लौट आई है।
कोलकाता की हदय स्थली बड़ाबाजार के वार्ड नं 42 में तृणमूल कांग्रेस ने मास्टर स्टॉक के तहत इस बार समाज सेवा में समर्पित बड़ाबाजार के सामाजिक कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाने वाले समाजसेवी महेश शर्मा को उम्मीदवार बनाया।और आपदा से लेकर महामारी के समय तक महेश शर्मा का परिवार लोगों के लिए सड़क पर था।इसका परिणाम जीत के तौर पर मिला। जिस कारण भाजपा के इस अभेद्य किले को महेश शर्मा ने ध्वस्त कर दिया।और तृणमूल कांग्रेस का परचम लहराया।
कोलकाता सारांश के सम्पादक मधुसूदन शर्मा से मुलाकात के दौरान महेश शर्मा ने कहा यह जीत मेरी नहीं इस वार्ड की जनता और कार्यकर्ताओं की है। जिन्होंने मुझे अपना आशीर्वाद देकर कोलकाता नगर निगम पहुंचाया। पूर्व पार्षद ने मेरे खिलाफ जमकर दुष्प्रचार किया था लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ लोगों ने मुझे चुना है।मैं वार्ड 42 की जनता की सेवा के लिए सदैव तत्पर होते हुए इस वार्ड को आदर्श वार्ड में स्थापित करूंगा।
तृणमूल कांग्रेस वार्ड 42 के सभापति अशोक ओझा ने कहा यह जीत मां माटी मानुष की जीत है। तीन दशकों से भाजपा का पार्षद होने के बावजूद इस वार्ड के नागरिक सरकारी योजनाओं से वंचित हैं। “बंगाल के लोगों ने विकास के पक्ष में जनादेश दिया है।”
तृणमूल युवा कांग्रेस वार्ड 42 के सभापति दीपक निगानिया ने कहा कि यह जीत हमारी नेत्री ममता बनर्जी की है। जो लोग जनता के लिए कार्य करते हैं।वे आखिरकार जीतते हैं।
बुधवार सायं 3 बजे के करीब उनकी जीत के जश्न में पार्टी कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली।वार्ड 42 के विभिन्न मार्गों से गाजे-बाजे के संग विजय रैली निकाली गई। उन्हें फूलों की माला पहनाई गई।और हरे गुलाल से होली खेली गई।और इलाके के लोगों को हाथ जोड़कर मुस्कुराते हुए चेहरे से अभिनंदन कर रहे थे। इलाके के लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं दी।