कोलकाता,। कोलकाता नगर निगम (केएमसी) चुनाव के परिणाम मंगलवार देर शाम तक स्पष्ट हो गए हैं। इसमें ना केवल पुरुष बल्कि महिला शक्तियों ने भी जबरदस्त परचम लहराया है। कोलकाता के वाणिज्य केंद्र बड़ाबाजार के 22 नंबर वार्ड से एक बार फिर मीना देवी पुरोहित ने जीत दर्ज कर ली है। यह उनकी छठी जीत है। हर बार से अधिक बहुमत के साथ इस बार तृणमूल कांग्रेस ने भले ही परचम लहराया है लेकिन यह मीना का व्यक्तित्व ही था कि उन्होंने इस हिंदी भाषी बहुल क्षेत्र में अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखा। दोपहर के बाद से ही उनके घर बधाइयों का तांता लगा है और जो भी आता है मुंह मीठा कर जाता है।
ऐसा ही एक नाम है जूई विश्वास का। यह तीसरी बार है जब उन्होंने पार्षद के तौर पर कोलकाता नगर निगम का चुनाव जीता है। शिवनाथ शास्त्री कॉलेज से स्नातक पास करने के बाद मैनेजमेंट की पढ़ाई करने के लिए वह दिल्ली चली गई थीं। वहां से पास करने के बाद इंटरनेशनल कंपनी में नौकरी भी करती थीं लेकिन कोलकाता लौटी तो जिंदगी बदल गई। 2009 में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ली और उसके बाद 2010 में कोलकाता नगर निगम चुनाव में उन्हें 81 नंबर वार्ड से पार्टी ने उम्मीदवार बनाया। वह जीत गईं। उसके बाद 2015 में जीती और इस बार भी जीत का सिलसिला बरकरार रखा है। वह कहती हैं, “बंगाल के लोगों ने विकास के पक्ष में जनादेश दिया है। मैं अपने इलाके के लोगों के सुख-दुख में साथी रहती हूं। जनता ने इसे स्वीकार किया है।”
उन्हें कुल 18 हजार 29 वोट मिला है जबकि उनके निकटवर्ती प्रतिद्वंदी को 15 हजार 233 लोगों ने मतदान किया है।
इसी तरह से माकपा के टिकट पर 103 नंबर वार्ड से चुनाव लड़ने वाली नंदिता रॉय भी जीत दर्ज कर चुकी हैं। अपने निकटवर्ती प्रतिद्वंदी तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार डॉक्टर सुकुमार दास के साथ कांटे की टक्कर में उन्होंने 92 वोटों के अंतर से जीत हासिल की है। जीत से गदगद हूं। यह जीत 103 नंबर वार्ड की जनता को समर्पित है। पिछली बार भी मैं यहां से जीती थी और इस बार भी लोगों ने भरोसा किया है तो जितने भी अधूरे काम हैं उन्हें नए उत्साह के साथ पूरा करूंगी।”
रात 8:00 बजे के करीब उनकी जीत के जश्न में पार्टी कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली है। उन्हें फूलों की माला पहनाई गई है, गुलाल लगाए गए हैं और इलाके के लोगों को हाथ जोड़कर मुस्कुराते हुए चेहरे से अभिनंदन कर रही हैं।
इसी तरह से दक्षिण कोलकाता के वार्ड नंबर 90 से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार चैताली चटर्जी भी चुनाव जीत चुकी हैं। 5601 वोटों के बड़े अंतर से जीतने के बाद उन्होंने कहा यह जीत मां माटी और मानुष को समर्पित है।
खास बात यह है कि चैताली की जीत का आनंद दोगुना हो गया है क्योंकि बगल के ही 91 नंबर वार्ड से उनके पति वैश्वनर भी जीत चुके हैं। बेटी सोहिनी और पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ चैताली और उनके पति जीत का जश्न मना रहे हैं। इलाके में लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं, हरा गुलाल लगाया है, मिठाइयां खिलाई है, फूलों की माला पहनाई हैं और पूरे क्षेत्र में रैली निकाल रहे हैं।
इसी तरह से वार्ड नंबर 109 से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार अनन्या बनर्जी भी जीत चुकी हैं। ” विपक्ष ने मेरे खिलाफ जमकर दुष्प्रचार किया था लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। लोगों ने मुझे चुना है तो अधूरे पड़े सभी कार्यों को दोगुने उत्साह से पूरा करूंगी।”