कोलकाता, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा घोषित छात्रों की पढ़ाई के लिए ऋण संबंधी महत्वकांक्षी योजना “स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड” के लिए शनिवार को राज्य भर में शिविर लगाए गए हैं। सूत्रों के अनुसार शिविर सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक लगे हैं। इस विशेष शिविर में छात्रों को क्रेडिट कार्ड ऋण देने के संबंध में जागरूक किया गया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि अगले साल एक जनवरी 10 हजार से अधिक छात्रों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ दिया जाएगा। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने आज राज्य भर में विशेष शिविरों की शुरुआत की है।
इस विशेष शिविर में छात्र क्रेडिट कार्ड ऋण देने के संबंध में बताया जा रहा है। राज्य सरकार ने घोषणा की है कि छात्र क्रेडिट कार्ड की सुविधा राज्य के सहकारी बैंकों, राज्य द्वारा अनुमोदित केंद्रीय और जिला सहकारी बैंकों, राज्य के स्वामित्व वाले और निजी बैंकों से उपलब्ध होगी। हालांकि, कई मामलों में सचिवालय को शिकायतें मिली हैं कि अलग-अलग बैंकों से कर्ज लेने में छात्रों को परेशानी हो रही है। राज्य के मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। बताया गया है कि छात्र क्रेडिट कार्ड पर ऋण देने के संबंध में उन्होंने शिक्षा विभाग के सभी जिला अधिकारियों और बैंक अधिकारियों से वर्चुअली मुलाकात की है।
सूत्रों के मुताबिक इस कैंप के करीब पांच हजार छात्रों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड देने की योजना है। इसके लिए स्वीकृत ऋण राशि 100 करोड़ रुपये से 150 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि छात्र क्रेडिट कार्ड पर अधिकतम 10 लाख रुपये तक का ऋण प्राप्त कर सकते हैं। छात्र इस ऋण को न्यूनतम चार प्रतिशत ब्याज दर पर चुका सकेंगे। हालांकि, चार लाख रुपये तक के ऋण के मामले में, बैंक को छात्रों को कोई एकमुश्त भुगतान नहीं करना पड़ता है। नौकरी मिलने के बाद यह पैसा 15 साल के अंदर चुकाना होगा। राज्य सरकार ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे अभिभावकों पर किसी भी तरह का दबाव न डालें या अतिरिक्त शर्तें न लगाएं।