गोविंदनगर गुरुद्वारा पंजाब का स्वरूप देखने को मिलता है

रानीगंज / गोविंदनगर गुरुद्वारा करीब एक सौ की संख्या में सिख परिवार गोविंद नगर में बसे हुए हैं । पश्चिम बर्दवान जिले का एकमात्र ऐसा गुरुद्वारा है जहां जाकर ऐसा प्रतीत होता है मानो पंजाब की धरती में कदम रखा हो। पूरा गोविंद नगर इलाका सिख परिवारों से बसा हुआ है। 31 दिसंबर सन 1999 में पंज प्यारे द्वारा गुरु ग्रंथ साहिब जी का स्वरुप यहां विराजमान कर गुरुद्वारा निर्माण विधिवत रुप से हुआ था। तत्कालीन अध्यक्ष हरभजन सिंह एवं सचिव सलविंदर सिंह ने गुरुद्वारा के निर्माण में अभूतपूर्व भूमिका निभाएं। स्त्री सत्संग कमेटी की पदाधिकारी गीता कौर के नेतृत्व में गुरु घर की सेवा, सुखमनी साहिब का पाठ का आयोजन किया जाता है। गुरुद्वारे में प्रत्येक वर्ष 18 अप्रैल को को गुरु अंगद देव जी का प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। वर्तमान अध्यक्ष दलवीर सिंह एवं सचिव राम सिंह ने बताया कि गुरुमत लहर ऑर्गेनाइजेशन संस्था के द्वारा निरंतर यहां धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है । गुरमत प्रतियोगिता, बच्चों को गुरमत के प्रति जागरुक करने के लिए के लिए कार्यक्रमों का आयोजन निरंतर किया जाता है। ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के सहयोग के द्वारा एक विशाल कम्युनिटी हॉल का निर्माण भी यहां किया गया है। वैशाखी पंजाब के तर्ज पर यहां मनाई जाती है। गुरुद्वारा के ग्रंथी बलवंत सिंह गुरु घर के सेवा में अपना अहम योगदान देते आ रहे हैं। गुरुद्वारा कमेटी की तरफ से सरदार अर्जुन सिंह ने कहा कि गोविंद नगर गुरुद्वारा में दूरदराज क्षेत्रों से भी संगत दर्शन के लिए आती है । सभी गुरु साहिबान के प्रकाश पर्व को समर्पित यहां कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहता है। सिख वेलफेयर सोसाइटी एवं आसनसोल सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक द्वारा विभिन्न प्रकार की सेवा मूल्यक कैंप निरंतर यहां आयोजित होता रहता है। गुरुद्वारा खालसा सिख संगत गोविंद नगर के अध्यक्ष दलवीर सिंह, उपाध्यक्ष रघुवीर सिंह, सचिव राम सिंह, संयुक्त सचिव सोहन सिंह, कोषाध्यक्ष हरदयाल सिंह काका, संयुक्त कोषाध्यक्ष और हरदयाल सिंह रिंकू गुरु घर की सेवा में अहम योगदान दे रहे हैं।

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