
कोलकाता । निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती महाराज का स्वागत ब्रह्ममयी काली मन्दिर, निर्वाणी पंचायती अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी परमात्मानंद महाराज, श्री गोवर्धन गौशाला (पुरी) के अध्यक्ष मूलचंद राठी, माथुर वैश्य समाज के राजेन्द्र गुप्ता (कपूरवाले) एवम् कार्यकर्ताओं ने किया । स्वामी परमात्मानंद महाराज ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर असामाजिक तत्वों द्वारा अत्याचार की निन्दा करते हुए समस्या के समाधान हेतु केन्द्र एवम् राज्य सरकार से उच्च स्तरीय वार्ता करने का निवेदन किया । उन्होंने सी ए ए के संदर्भ में नागरिकता कानून लागू करने का आह्वान किया । राजगुरु बीकानेर स्वामी विशोकानंद भारती महाराज ने गंगासागर तीर्थयात्रियों को शुभकामना देते हुए कहा गंगा – उद्गम यात्रा गंगोत्री, गोमुख से उद्गमित होकर सहायक सरिताओं से जल प्राप्त कर 2,500 से अधिक किलोमीटर की दूरी तय करते हुए बंगाल की खाड़ी में सागर संगम करती है । गंगा को भारत की पवित्र नदी माना जाता है । गंगा में स्नान करने से पाप धुल जाते हैं और आत्मा शुद्ध होती है । गंगा के किनारे अनेक पवित्र तीर्थ स्थल, शहर हैं । वाराणसी, हरिद्वार, गंगोत्री, इलाहाबाद और ऋषिकेश जैसे शहर धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं । समाजसेवी राजकुमार मूंधड़ा, महेश आचार्य, धनेश रांधड़, राजेन्द्र कुमार सोनी, ब्रह्मचारी संजय महाराज, पण्डित विष्णु झा, राजू शर्मा एवम् श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे । सत्संग भवन के ट्रस्टी पण्डित लक्ष्मीकांत तिवारी, दीपक मिश्रा ने सभी भक्तों के प्रति आभार व्यक्त किया ।
