पश्चिम बंगाल के संदेशखाली इलाके में इंडियन सेक्युलर फ्रंड (आईएसएफ) नेता आयशा बीबी को गिरफ्तार किया गया है। दरअसल, उनपर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के स्थानीय नेता शिवप्रसाद हाजरा की पोल्ट्री फार्मों को जलाने का आरोप लगा है।
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने इस तोड़फोड़ में शामिल गांव के कुछ लोगों को भी गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया, “हमें संदेशखालि में एक आंदोलन के दौरान एक संपत्ति को जलाने में उनकी संलिप्तता का पता चला है। उन्होंने कानून-व्यवस्था अपने हाथ में ली है जिसकी अनुमति नहीं है। हम ऐसी संलिप्तता के लिए कानूनी प्रावधानों का पालन कर रहे हैं। अधिकारी ने गिरफ्तार किए गए ग्रामीणों की संख्या का खुलासा नहीं किया है।”
बता दें कि संदेशखाली का मामला दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। सत्तापक्ष और विपक्ष रोजाना एक-दूसरे को इस हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। रविवार को फैक्ट फाइंडिंग टीम को हिंसाग्रस्त इलाके में जाने से रोका गया है।
क्या है संदेशखाली विवाद
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में स्थित गांव संदेशखाली इन दिनों भारी विरोध प्रदर्शन का गवाह बन रहा है। दरअसल गांव की महिलाओं ने बीते दिनों आरोप लगाए थे कि टीएमसी नेता शाहजहां शेख और अन्य टीएमसी नेताओं ने उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया और कुछ महिलाओं ने टीएमसी नेताओं पर यौन शोषण के भी आरोप लगाए थे। इसे लेकर संदेशखाली में महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ता भी संदेशखाली में प्रदर्शन कर रहे हैं। शाहजहां शेख राशन घोटाले में आरोपी है और बीते दिनों ईडी टीम पर हुए हमले में भी शाहजहां शेख आरोपी है। वहीं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भाजपा पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
