कोलकाता , 17 अगस्त । जादवपुर विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ हो रही रैगिंग के बहाने विश्व भारती में भी इसी तरह के माहौल होने के दावे पर कुलपति विद्युत चक्रवर्ती ने पलटवार किया है।
गुरुवार को उन्होंने कहा है कि विश्व भारती केंद्रीय विश्वविद्यालय है इसीलिए बदनाम करने की कोशिश हो रही है।
विद्युत ने कहा कि विश्वविद्यालय अधिकारियों की अनुमति के बिना पुलिस जादवपुर और अन्य विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश नहीं कर सकती है। फिर बंगाल प्रशासन को यह जवाब देना चाहिए कि बिना विश्वविद्यालय प्रबंधन के विश्व भारती में पुलिस कैसे घुसती है। पुलिस ने रजिस्ट्रार की अनुमति के बिना कई बार विश्व भारती परिसर में प्रवेश किया है। उन्होंने कुछ खास उदाहरण देते हुए आरोप लगाया कि पुलिस यूनिवर्सिटी की शिकायत नहीं सुनती हालांकि, अगर यूनिवर्सिटी के खिलाफ शिकायत मिलती है तो एफआईआर दर्ज की जाती है।
संगीत भवन के मुख्य मंच पर विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों एवं कर्मचारियों के साथ विश्व भारती के कुलपति प्रोफेसर विद्युत चक्रवर्ती विश्वविद्यालय की छवि धूमिल करने की साजिश के खिलाफ सांकेतिक भूख हड़ताल और धरने पर बैठे हैं। विश्व भारती विश्वविद्यालय की जनसंपर्क अधिकारी प्रोफेसर महुआ मुखर्जी ने कहा कि जादवपुर घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया गया था। उसमें एक छात्र के साथ मानसिक एवं शारीरिक शोषण का दावा कर विश्वविद्यालय का नाम घसीटा जा रहा है। यह पूर्णतया झूठ एवं निराधार है।