आसनसोल, शताक्षी महिला मंडल पांडबेश्वर शाखा ने 77 वां स्वतंत्रता दिवस डीवीसी स्कूल के बच्चों के साथ मनाया। ध्वज आरोहण शताक्षी महिला मंडल की अध्यक्ष पुष्पिता पंडा और सभी उपाध्यक्ष के मार्ग दर्शन में पांडवेश्वर शाखा की तरफ़ से किया गया।विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम और जरुरतमंदों की मदद की गई। 77 वे स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर “मेरी माटी मेरा देश”के तहत शताक्षी महिला मंडल पाण्डवेश्वर शाखा की अध्यक्ष संजुक्ता नायक के नेतृत्व में एक अनोखा और एक अद्भुत प्रयास किया गया । आज के इस युग में जहां बच्चे दिन भर मोबाइल में व्यस्त रहते हैं , उन्हें हमारे देश की मिट्टी के महत्व के बारे में बताया गया संस्था के अध्यक्ष संजुक्ता नायक ने स्कूल के बच्चों में पोधे का वितरण किया गया, फिर सभी बच्चों को अपने देश की माटी का सामान कैसे दें, माटी का महत्व बताएं, साथ ही बच्चों को चॉकलेट भी बाती ,जहां आज के समाज में बूढ़े मां बाप को बच्चे त्याग दे रहे हैं, वैसे ही बेबस लाचार महिलाओं को शताक्षी महिला मंडल पाण्डवेश्वर शाखा की और से महिलाओं को खाद्य सामग्री का वितरण किया गया 5 किलो आटा ,हॉर्लिक्स का पैकेट, बिस्किट का पैकेट, मिठाई, मछरदानी, साड़ी, चप्पल ,छाता ,गमछा,लीची जूस और सैनिटाइजर का वितरण किया और उनके साथ 77 वें स्वतंत्रता दिवस का आजादी के साथ मनाया गया।खाद्य सामग्री ले जाते वक्त महिलाओं ने सभी शताक्षी महिला मंडल को यह कहा आज के युग में हमारे खुद के संतान कुछ नहीं कर रहे हैं हमारे लिए , लेकिन आप लोग इतना कुछ कर रही हैं , भगवान आप सभी की घरों में शांति समृद्धि बनाए रखे यह महिला संगठन और भी उज्जवल हो यही कामना करते हैं।
“हर घर तिरंगा के तहत संस्था के सदस्य ने डीएवी स्कूल के बच्चों के साथ एक रेली निकाली और जिन घरों में तिरंगा नहीं लगा था “हर घर तिरंगा” के तहत राष्ट्रीय ध्वज को लगाया गया और साथ ही साथ उन्हें यह भी बताया कि, इस तिरंगे का महत्व बहुत ज्यादा है।आज हम खुले आसमान में इस तिरंगे को लहरा रहे हैं, और इससे बड़ा गर्व की बात कुछ नहीं हो सकती, और मिठाई के पैकेट दिये उस्के बाद सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पांडवेश्वर में पहुंचने के सभी मरीजों के साथ स्वतंत्रता दिवस एक अनोखे अंदाज में मनाया गया शताक्षी महिला मंडल ने खाद्य सामग्री दि ,पुष्टि पोषण के लिए हॉर्लिक्स ,बिस्किट का पैकेट ,मिठाई का पैकेट ,मछरदानीऔर ,फल , लीची जूस का वितरण किया ।उसके बाद अस्पताल में गर्भवती महिला को शुभकामनाएं डि और उसे भी खाद्य सामग्री का वितरण किया,
उसके बाद हॉस्पिटल में 3 दिन पहले जन्म लिए बच्ची के परिवार को बच्चे के कपड़े आदि के लिए कुछ पैसे दिए गए साथ उसकी मां का हाल-चाल भी पूछा गया और खाद्य सामग्री फल कपड़ा भी वितरण किया गया।