पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी का आरोप- शिल्पांचल में नए तरीके से हो रही है कोयला तस्करी

 

आसनसोल(संवाददाता):शिल्पांचल में हो रहे कोयला तस्करी को लेकर पूर्व मेयर सह भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के पुलिस कमिश्नर सुधीर कुमार नीलकांतम से कोयला तस्करी मामले की जांच कर इस पर रोक लगाने की मांग की है। इसकी जानकारी उन्होंने बुधवार को आसनसोल गोधूली स्थित अपने आवासीय कार्यालय पक एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कोयला तस्करी मामले पर सीबीआई और ईडी के जांच के बाद शिल्पांचल में कोयला तस्करी लगभग बंद हो चुका था। लेकिन फिलहाल कुछ दिनों से कोयला तस्करों ने कोयला तस्करी का नया तरीका इजाद कर लिया है। अब कोयला तस्करी ईसीएल के खदानों से निकाले गए कोयला से किया जा रहा है। ईसीएल निजी कंपनियों को कोयला निकालने की ठीका दे रखा है। जिसे कंपनी को सत प्रतिशत कोयला निकालकर ईसीएल को देना है। लेकिन ईसीएल के डीपो में 70 से 80% कोयला ही जमा किया जा रहा है। बाकी कोयला, कोयला तस्करों को बेचा जा रहा है। जिसके कारण फिर से कोयला तस्करी का धंधा फलने फूलने लगा है। इस पर उचित करवाई करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वे एडीसीपी के कमिश्नर से मांग करेंगे कि इस मामले पर जांच की जाए और इस पर कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी कोयला मंत्रालय के सचिव, कोल इंडिया के चेयरमैन को भी दी गई है जितेंद्र तिवारी ने इसके लिए ईसीएल प्रबंधन पर केवल दोषी मानने से इनकार करते हुए कहा कि हम किसी पर आरोप नहीं लगा रहे हैं।। आरोप लगाने का समय नहीं है। बल्कि जांच कर इस गोरखधंधे को बंद करना हमारी प्राथमिकता है। वे जिम्मेदारी संयुक्त रूप से लेना होगा। ईसीएल के खदानों से निकाला गया कोयला वाहनों में भरकर सड़क के रास्ते दूसरे जगह पर पहुंचाया जा रहा है। इस दौरान पुलिस प्रशासन का भी कर्तव्य बनता है कि यह वाहनों की जांच करें, जा रहे कोयला के कागजातों को की जांच करें उन्होंने कहा कि इसका जांच के लिए कोई बड़ा काम नहीं करना है कोयला ईसीएल के कोयला खदानों से ठेकेदारों ने कितना कोयला उत्पादन किया और ईसीएल के डीपों में कितना कोयला जमा किया गया है। यदि इन दोनों के आंकड़े को मिला लिया जाए तो सारी सच्चाई सामने आ जाएगी।

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