कोलकाता! पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद लगातार टूट से जूझ रही प्रदेश भाजपा को गुरुवार एक और झटका लगा है। अभिनेत्री श्रावंती चटर्जी ने पार्टी नेताओं पर बंगाल के लिए काम नहीं करने का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दी है। ट्विटर पर उन्होंने खुद इसकी घोषणा भी की है। अप्रैल-मई महीने में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में बेहला पश्चिम से तत्कालीन शिक्षा मंत्री और वर्तमान में राज्य के संसदीय कार्य तथा उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। हालांकि वह हार गई थीं और लगातार पार्टी से दूरी बनाकर रह रही थीं।
पार्टी से अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए, श्रावंती ने ट्वीट किया, “भाजपा बंगाल के विकास के लिए गंभीर नहीं है। उनमें (नेताओं) बंगाल के लिए काम करने के रवैये की कमी है।”
संयोग से पिछले सोमवार को रूपांजना मित्रा की तरह ही श्रावती को मुख्यमंत्री की विजय रैली में आमंत्रित किया गया था। लेकिन वह नहीं गई थीं। उनकी अनुपस्थिति के बारे में कहा गया था कि वह भाजपा से इस्तीफे की घोषणा किए बिना मुख्यमंत्री के समारोह में शामिल नहीं होना चाहती थीं।
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एक मार्च को श्रावंती भाजपा में शामिल हो गई थीं। हालांकि चुनाव में हार के बाद भाजपा के वयोवृद्ध नेता तथागत रॉय ने कहा था कि श्रावती, तनुश्री चक्रवर्ती और पायल सरकार को टिकट क्यों दिया गया? आरोप है कि उसके बाद से अभिनेत्री ने पार्टी से दूरी बना ली थी और उनके पार्टी छोड़ने के कयास पहले से ही लगाए जा रहे थे। सूत्रों ने यह भी बताया है कि वह तृणमूल कांग्रेस का दामन थामेंगी।