
कोलकाता । करपात्री जी फाउंडेशन के स्वामी त्र्यंबकेश्वर चैतन्य जी महाराज ने सत्संग भवन, कोलकाता में धार्मिक सत्संग में श्रद्धालु भक्तों को अज्ञान रूपी अंधकार को दूर कर सत्संग, अध्यात्म से ज्ञान के प्रकाश में जीवन जीने की प्रेरणा दी । चैतन्य जी महाराज ने मार्गदर्शन करते हुए कहा ईश्वर एवम् धर्म शाश्वत सत्य है । सूर्य एवम् चन्द्रमा सम्पूर्ण विश्व में समय अनुसार अपने दिव्य प्रकाश से उजाला करते हैं । समय अनुसार विश्व के देशों में सूर्योदय एवम् सूर्यास्त होता है । चैतन्य जी महाराज ने कहा भक्तों एवम् धर्म की रक्षा के लिये भगवान का अवतार वैदिक, सनातन धर्म की परम्परा है । अयोध्या में श्रीराम मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा, मथुरा, द्वारिका, वृंदावन का कृष्णमय होना वैदिक सनातन धर्म का शाश्वत प्रमाण है । भारत में सभी तीर्थक्षेत्र सनातन हिन्दू की आस्था, भक्ति का प्रतीक एवम् सत्संग भवन कोलकाता में धर्म, अध्यात्म, संस्कृति का त्रिवेणी संगम है । धर्मानुरागी, समाजसेवी पण्डित लक्ष्मीकांत तिवारी, दीपक मिश्रा, मूलचंद राठी, धनेश रांधड़, राजेन्द्र कुमार सोनी, महेश आचार्य, सज्जन शर्मा, डॉ. रवि शंकर मिश्रा एवम् श्रद्धालु भक्तों ने त्र्यंबकेश्वर चैतन्य महाराज का स्वागत किया । स्वामी धर्मेशानंद महाराज, ब्रह्मचारी प्रणवानंद चैतन्य महाराज, आचार्य सागर महाराज, आचार्य आदर्श महाराज, शास्त्री विश्वजीत शर्मा, राजकुमार मूंधड़ा, मालचंद चांडक, राजू शर्मा, अभय पाण्डेय एवम् श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे ।
