दो राज्यों में सत्तारूढ़ दल के विधायक का नाम दो वोटर कार्ड में दर्ज, मचा विवाद

जामुड़िया। पश्चिम बर्धमान जिले के आसनसोल के जामुड़िया विधानसभा क्षेत्र के तृणमूल कांग्रेस विधायक हरिराम सिंह का नाम दो अलग-अलग राज्यों के वोटर कार्ड में दर्ज पाया गया है। जानकारी के अनुसार, हरेराम सिंह का नाम पश्चिम बर्धमान जिले के पांडवेश्वर विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में मौजूद है, वहीं उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बसडीहा विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में भी उनका नाम शामिल है।दोनों राज्यों में सत्तारूढ़ दल के विधायक का नाम होने से अब राजनीतिक हलकों में विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा सांसद सुकांत मजूमदार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसकी जांच की मांग की है। सुकांत ने लिखा, जामुड़िया विधायक का नाम दो जगहों पर है। इससे साबित होता है कि एसआईआर क्यों जरूरी है। केवल वैध मतदाताओं के वोट सुनिश्चित करने के लिए फर्जी और कई नाम वाले लोगों की पहचान भी उजागर की जानी चाहिए। उन्होंने इस राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी से विधायक का नाम दो जगहों पर होने के मामले की जांच कर इसे सामने लाने का अनुरोध किया है। इस संबंध में सीपीएम के राज्य सदस्य पार्थ मुखर्जी ने कहा, हरेराम ने 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग को सौंपे गए हलफनामे में दो जगहों पर अपना नाम होने की बात क्यों नहीं बताई शायद अगर तृणमूल इस राज्य में हार जाती है, तो उन्होंने अपने गृह प्रदेश उत्तर प्रदेश जाकर किसी अन्य पार्टी में शामिल होने का रास्ता साफ करने के लिए यह हथकंडा अपनाया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य प्रसेनजीत पुइतंडी ने कहा कि एसआईआर शुरू होने के बीच यह बात सामने आई कि एक विधायक का नाम दो जगहों पर था। मुख्यमंत्री इस प्रक्रिया को रोकने की कोशिश कर रही हैं क्योंकि ऐसे और भी कई नाम हैं। एक विधायक के ऐसे व्यवहार के लिए मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए। भाजपा राज्य कार्यकारी समिति के सदस्य कृष्णेंदु मुखर्जी ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल के पश्चिम बर्दवान जिला अध्यक्ष के दिवंगत पिता का नाम मतदाता सूची में था। तृणमूल के सलाहकारों में से एक के रूप में जाने जाने वाले प्रशांत किशोर का नाम भी भवानीपुर और बिहार में होने का आरोप लगाया गया था। ऐसे कई नाम सामने आएंगे। मुख्यमंत्री एक योद्धा की भूमिका निभा रहे हैं, जबकि उन्हें पता है कि वह इन नामों को बाहर होने से नहीं रोक सकते। चुनाव आयोग को इसको सख्ती से रोकना चाहिए। जनता आपके साथ होगी। इसलिए डरने की कोई बात नहीं है। तृणमूल के राज्य महासचिवों में से एक वी. शिवदासन ने कहा कि विधायक को जवाब देना होगा कि नाम दो जगहों पर क्यों है। विधायक ने कहा कि पूरा मामला चुनाव आयोग के अधिकार क्षेत्र में है। वे निश्चित रूप से कार्रवाई करेंगे ताकि नाम दो जगहों पर न हो। वही ज़िला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि मामले की जाँच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।

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