
हुगली, 28 अक्टूबर । चंदननगर में मंगलवार को जगद्धात्री पूजा के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। शहर की सबसे ऊंची 75 फुट की फाइबर से बनी प्रतिमा अचानक गिर पड़ी, जिससे पूजा मंडप का एक हिस्सा भी ढह गया। इस हादसे में दो लोगों के घायल होने की खबर है। हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और पूजा मंडप को दर्शकों के लिए तुरंत बंद कर दिया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बना गहरा चक्रवात “मन्था” अब धीरे-धीरे तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है। इसका प्रभाव मंगलवार दोपहर से ही पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में दिखाई देने लगा था। चंदननगर में तेज़ हवाएं और बारिश शुरू होते ही यह दुर्घटना घटित हुई।
बताया जा रहा है कि झोंकों भरी हवा के कारण विशाल प्रतिमा पहले डगमगाई और कुछ ही देर में पूरी तरह गिर पड़ी, जिससे मंडप का एक हिस्सा भी टूट गया। घटना के समय मंडप के आसपास बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। सप्तमी के अवसर पर सुबह से ही दर्शकों की भीड़ उमड़ी हुई थी। हादसे के बाद पुलिस और दमकल विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
कानाइलालपल्ली क्षेत्र का यह पूजा मंडप इस बार विशेष आकर्षण का केंद्र था, क्योंकि इसमें राज्य की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई थी। आयोजकों के अनुसार, यह प्रतिमा पूरी तरह फाइबर से तैयार की गई थी और इसकी ऊंचाई करीब 75 फुट थी।
प्रशासन ने फिलहाल उस मंडप को दर्शकों के लिए बंद कर दिया है और सुरक्षा कारणों से आसपास के अन्य बड़े मंडपों की जांच शुरू कर दी गई है। वहीं, मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि चक्रवात “मन्था” के प्रभाव से दक्षिण बंगाल के कई जिलों में आने वाले दिनों में तेज़ हवाएं और भारी बारिश हो सकती है।
इस दुर्घटना ने चंदननगर में जगद्धात्री पूजा की खुशियों के बीच चिंता और भय का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम के दौरान किसी भी बड़े पूजा पंडाल या खुले स्थान पर न जाएं।
