जामुड़िया। ईसीएल केंदा एरिया अंतर्गत न्यू केंदा कोलियरी के न्यू केंदा ओसीपी से सोमवार दोपहर व्यापक पैमाने पर धुआं निकलना शुरू होने से आस पास रहने वाले लोगों में आतंक छा गया।दोपहर में एक तरह जोरदार बारिश के बीच ओसीपी से व्यापक पैमाने में धुआं निकलना शुरू हो गया जिससे ओसीपी के आस पास इलाके ने रहने वाले लोग दहशत में आ गए।ओसीपी से निकल रहे धुआं से लोगों को सांस लेने में कष्ट हो रहा है।इसके अलावा ओसीपी के आस पास क्षेत्रों में रहने वाले लोगों ने भू धसान का भी भय सताने लगा है।न्यू केंदा ओसीपी के पास स्थित मंडल पाड़ा निवासी अमर बरनवाल ने बताया कि वैसे तो हमेशा ओसीपी से हल्का फुल्का धुआं गैस निकलते रहता है लेकिन सोमवार दोपहर को बारिश के दौरान व्यापक रूप से धुआं निकलने लगा जिससे पूरा मंडल पाड़ा धुंआ से ढक गया।वही चारों तरह धुआं धुआं होने के कारण लोगों को सांस लेने में कष्ट हो रहा है क्योंकि ओसीपी से निकल रहे धुआं में जहरीली मीथेन तथा कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस मौजूद है।उन्होंने कहा कि ओसीपी में कोयले के नीचे आग लगी हुई है जो बारिश होने पर और ज्यादा भड़क गई जिसके कारण जोरदार रूप से धुआं निकलना शुरू हो गया।उन्होंने कहा कि न्यू केंदा क्षेत्र दूसरा झरिया का रूप ले चुका है जहां जमीन के अंदर आग सुलग रही है तथा धुआं निकलते रहता है।उन्होंने कहा कि न्यू केंदा ओसीपी के आस पास रहने वाले लोगों को तत्काल ईसीएल प्रबंधन पुनर्वासित करने की व्यवस्था करे अन्यथा कभी भी कोई हादसा घटित हो सकता है जिसके लिए ईसीएल प्रबंधन पूर्ण रूप से जिम्मेवार होगा।न्यू केंदा कोलियरी के ईसीएल श्रमिकों ने बताया कि वर्ष 1994 में न्यू केंदा कोलियरी में आगलगी की घटना हुई थी जिसमें एक ही रात 55 लोगों की मौत हो गई थी।वही 31 वर्ष पहले लगी आग आज भी जमीन के अंदर सुलग रही है जो बीच बीच में भड़क उठती है।उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में न्यू केंदा कोलियरी तीन नंबर पीट चणक के मुहाने से आग की लपटे तथा धुआं निकलना शुरू हो गया था जिसके बाद ईसीएल प्रबंधन द्वारा कोलियरी को बंद कर दिया गया।वही वर्तमान समय में ओसीपी(खुली मुख खदान) होने के बावजूद भी आग व धुआं निकलने का सिलसिला जारी है।उन्होंने बताया कि सालों से जमीन के अंदर कोयले में लगी आग अंदर ही अंदर सुलग रही है जिसके कारण भू धसान,आग निकलने तथा धुआं निकले की घटना घटित होते रहती है