दुर्गापुर। आसनसोल रेल मंडल के अंतर्गत पानागढ़ रेलवे स्टेशन पर ‘ऑपरेशन जीवन रक्षा’ के तहत पानागढ़ रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा एक सराहनीय जीवन रक्षक कार्रवाई की गई.एक महिला यात्री की जान बचा ली गई.यह घटना सीसीटीवी कैमरा में कैद हो गया.घटना को लेकर पानागढ़ आरपीएफ पोस्ट निरीक्षक कमल राज ने बताया कि ट्रेन संख्या 13046 डाउन (मयूराक्षी एक्सप्रेस) पानागढ़ स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या तीन पर लगभग 08:30 बजे पहुँची और लगभग 08:33 बजे प्रस्थान करने लगी. प्रस्थान के दौरान एक महिला यात्री (शिक्षिका) आयशा सुल्ताना ने जल्दबाजी में चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास किया. दुर्भाग्य से आखिरी डिब्बे के फुटबोर्ड पर चढ़ने की कोशिश करते समय उसका संतुलन बिगड़ गया और वह फिसल गई. उसका निचला शरीर प्लेटफ़ॉर्म और चलती ट्रेन के बीच खतरनाक रूप से फँस गया.मौके पर तैनात पानागढ़ आरपीएफ पोस्ट के सहायक निरीक्षक (एएसआई) कौशिक घोष ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत और साहसपूर्वक कार्रवाई की. वह तुरंत यात्री की ओर दौड़कर उसे ट्रेन और प्लेटफॉर्म के गैप से बाहर निकाला और एक संभावित जानलेवा दुर्घटना को सफलतापूर्वक टाल दिया .समय पर किए गए बचाव कार्य से न केवल उसकी जान बच गई, बल्कि यह भी सुनिश्चित हुआ कि ट्रेन संचालन में कोई व्यवधान न आए. आरपीएफ निरीक्षक कमल राज ने कहा कि रेलवे प्रशासन बार बार यात्रियों से अपील करती हैं कि वे चलती ट्रेन में चढ़ने या उतरने का प्रयास न करें, क्योंकि ऐसा करना बेहद खतरनाक है और इससे गंभीर चोट लग सकती है या जान जा सकती है. यात्रियों से अनुरोध है कि वे ज़िम्मेदारी से काम लें और रेलवे सेवाओं का उपयोग करते समय संरक्षा दिशा निर्देशों का पालन करें. इधर सुरक्षित बची महिला यात्री पानागढ़ कांकसा मोल्ला पाड़ा की रहने वाली है. आयशा सुल्ताना के भाई अमल अलीउल्लाह ने पानागढ़ आरपीएफ की भुरी भूरी प्रशंसा की है. उन्होंने कहा कि आरपीएफ ऑफिसर के कारण उनकी बड़ी बहन बाल बाल बच गई .