पुरुलिया : झालदा के मारू मोसिना ग्राम पंचायत अंतर्गत हाईकोर्ट के आदेश पर संचालक को हटाने के लिए बुलाई गई बैठक में मंगलवार को तृणमूल संचालकों ने अपने पद गंवाए।
जानकारी के अनुसार झालदा के 11 सीटों वाली मारू मोसिना ग्राम पंचायत में पिछले पंचायत चुनाव में 11 सीटों वाली पंचायत में कांग्रेस ने पांच सीटें जीती थीं, जबकि तृणमूल कांग्रेस ने तीन, आजसू ने एक और निर्दलीय ने दो सीटें जीती थीं। हालांकि बोर्ड बनने से पहले ही दो निर्दलीय तृणमूल में शामिल हो गए। तृणमूल ने आजसू के साथ मिलकर बोर्ड बनाया। निर्दलीय से तृणमूल में शामिल हुई उर्मिला नायक प्रमुख बनीं। हालांकि कुछ दिनों बाद ही वे तृणमूल छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गईं और तृणमूल की सत्ता चली गई। संचालक के पद को लेकर भी पेच फंसने लगा।
इस बीच हाई कोर्ट के निर्देश पर मंगलवार को मारू-मोसिना ग्राम पंचायत में दोपहर करीब 12 बजे पंचायत कार्यालय में बैठक हुई। प्रशासन के दो प्रतिनिधियों की मौजूदगी में बैठक हुई। प्रधान समेत कांग्रेस पार्टी के कुल 8 सदस्य मौजूद थे।
कांग्रेस पार्टी के रोहिन कुमार का दावा है कि यह बैठक हाईकोर्ट के आदेश पर हुई। हमने चारों विपक्षी पार्टी के आयोजकों को उनके पदों से हटा दिया है। पुलिस तैनात की गई थी। लेकिन कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
हालांकि, संचालक का पद गंवाने वाली तृणमूल कांग्रेस की प्रियंका मंडल ने कहा कि बहुमत न होने के कारण उन्हें हाईकोर्ट के आदेश पर हटाया गया था। इसलिए उन्होंने कोर्ट के फैसले को स्वीकार किया।