नितुरिया : 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस से पहले नितुरिया संप्रीती सदन में प्रदूषण के विरुद्ध नागरिक सम्मेलन आयोजित हुआ। इस सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में ब्रेकथ्रू साइंस सोसायटी के राज्य सचिव डॉक्टर तपन कुमार पुरुलिया जिला अध्यक्ष प्रहलाद महतो विशेष रूप से उपस्थित थे।
वक्ताओं ने कहा कि हम सब शिल्प के विरुद्ध नहीं हैं, बल्कि इन कारख़ानों से निकलने वाले पर्यावरण को दूषित करने वाले प्रदूषण के विरुद्ध हैं। कहा कि यहां नितुरिया, सातुड़ी क्षेत्र के स्पंज आयरन सहित छोटे-बड़े कमोवेश 15 कारखाने हैं। इन कारखानों से प्रदूषण के कारण लोगों की हालत काफी विपन्न है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रुपए के विनिमय से इन सब कारखाने को एनओसी प्रमाण पत्र देते हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोटी कमाई के फेर में कारखाना मालिक प्रदूषण नियंत्रण इकाई का व्यवहार नहीं करते हैं। नतीजा वायु, जल एवं मृदा प्रदूषण हो रहा है। कृषि योग्य जमीन नष्ट हो रही है। साथ ही हरि वनस्पतियां भी नष्ट हो रही हैं। क्षेत्र अंतर्गत गांछ के पत्तों का रंग हरा के बदले काला हो गया है। उन्होंने कहा कि इस प्रदूषण के विरुद्ध हम सबों को सुसंगठित होकर खड़ा होना पड़ेगा। आने वाले दिनों में विभिन्न विषयों को लेकर आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
सम्मेलन में उपस्थित विशेष चिकित्सक बुबाई मंडल ने कहा कि स्पंज आयरन कारखाने से अनर्गल रूप से निकल रहा काला धुआं क्षेत्र में प्रदूषण को बढ़ा रहा है। नतीजा क्षेत्र में ऐजमा, हफ़ानी सह स्वास्थ्य जनित रोगियों की संख्या वर्तमान में बढ़ रही है। जल प्रदूषण के कारण दाद, खुजली सह विभिन्न त्वचा रोग बढ़ रहे हैं। कहा ग्लोबल वार्मिंग धीरे धीरे बढ़ रही है। व्यवस्था नहीं उठान