पुरुलिया : ग्लोबल वार्मिंग, जल संचयन, रेन वाटर हार्वेस्टिंग के बारे जागरूकता फैलाये जाने पर भी पुरुलिया जिला के दीघा ग्राम पंचायत क्षेत्र में अनदेखी कर एक तालाब की खुलेआम की जा रही भराई का मामला प्रकाश आया है। ग्रामीणों द्वारा एडीएम से लेकर सभी प्रशासनिक अधिकारियों को लगभग ढाई माह पहले लिखित जानकारी दिये जाने के बावजूद कोई सार्थक कार्रवाई नहीं की गई।
उल्लेखनीय है कि नितुरिया प्रखंड के दीघा ग्राम पंचायत से 1 किलोमीटर के भीतर स्थित पर्वतपुर गांव के लोगों ने आरोप लगाया कि स्थानीय सीमेंट फैक्ट्री द्वारा बगल में स्थित काफी पुरानी तालाब को सीमेंट कारखाना प्रबंधन द्वारा अपने स्वार्थ के लिए भरा जा रहा है। इससे उस क्षेत्र में रहने वाले कई ग्राम के हजारों लोगों में खलबली मच गई है। लोगों का कहना है कि इस ग्राम पंचायत अंतर्गत तीन चार छोटे-छोटे गांव के लोग उस तालाब पर ही पूर्ण रूप से निर्भर हैं। सीमेंट कारखाना प्रबंधन की ओर से तालाब की भराई किए जाने की सूचना जब ग्रामीणों को मिली तो वे लोग काफी चिंतित हो गए और सीमेंट कारखाना प्रबंधन के इस मनमानी को रोकने के लिए तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराने का निर्णय लिया। इस दिशा में ग्रामीणों ने संयुक्त ज्ञापन तैयार किया और इसी वर्ष 31 जनवरी को एडीएम, एसडीओ, बीडीओ, बीएल एंड एलआरओ सहित सभी प्रशासनिक अधिकारीयों को दिया।
लेकिन ज्ञापन के लगभग ढाई माह से अधिक का समय बीत चुका है परन्तु अभी तक किसी प्रकार की कोई पहल नहीं की गईं है। ग्रामीण गुहार लगा कर थक चुके हैं लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला है।
ग्रामीणों का कहना है कि यही एक तालाब था, जिस पर वे लोग पानी के लिए निर्भर थे। परन्तु अब उनलोगों को काफ़ी परेशानी हो रही है। इस गर्मी में तो स्थिति यह हो गई है कि अब गाँव ही छोड़ कर जाना पड़ेगा।