पुरुलिया : संघ की करीब दो सौ महिलाओं ने बीडीओ गेट को करीब दो घंटे तक जाम रखा और मांग की कि बीडीओ महिलाओं के अधिकारों में हस्तक्षेप कर रहे हैं। घटना रिपोर्ट से पता चलता है कि ब्लॉक मीटिंग के निर्णय के अनुसार ब्लॉक के तीन संघों ने आनंदधारा आईएफसी (एकीकृत कृषि क्लस्टर) परियोजना के लिए अधिसूचना दी थी, जिसकी अंतिम तिथि 20 अप्रैल थी। एसोसिएशन ने 23.04.25 को साक्षात्कार के लिए नोटिस जारी किया था। लेकिन अचानक प्रखंड से संघ को एक पत्र दिया गया, जिसमें कहा गया कि साक्षात्कार के लिए अधिसूचना बीडीओ द्वारा जारी कर दी गयी है।
सभी लोग परेशानी में पड़ गए। क्योंकि सामान्य नियमों के अनुसार जो अधिकारी भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित करता है, वही साक्षात्कार के लिए अधिसूचना जारी करता है, लेकिन यहां तो उल्टा हो गया। ऐसा क्यों हुआ, इस सवाल के जवाब में संघ की महिलाओं ने कहा कि बीडीओ द्वारा यह पूरी तरह से गैर कानूनी ढंग से किया गया। जब हमने इसका विरोध किया तो बीडीओ ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए लिखित रूप से साक्षात्कार रद्द कर दिया। मांग उठाई गई कि संघ समवाय के अधिकारों में हस्तक्षेप नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि आईएफसी परियोजना की कार्यान्वयन एजेंसी संघ समवाय ही है। महिलाओं ने मांग की कि ब्लॉक को स्कूल यूनिफॉर्म के उत्पादन में अवैध रूप से हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
इस विरोध प्रदर्शन को समर्थन देने के लिए स्थानीय कुड़मी समुदाय के लोग भी वहां मौजूद थे। प्रदेश उपाध्यक्ष भृगुराम महतो ने कहा कि हम महिलाओं के इस विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हैं, महिलाओं के अधिकारों में ब्लॉक का हस्तक्षेप न केवल शर्मनाक है, बल्कि यह एक अपराध है।
अपराधियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। संघ की ओर से नबनिता गोस्वामी, दीपाली महतो, सयंती महतो, बैशाखी कुमार व अन्य उपस्थित थे।