नोनिया विद्रोह और नमक सत्याग्रह के वंशजों का केंद्र और राज्य सरकारे कर रही उपेक्षा – आर एन एस एस

आसनसोल – रचनात्मक नोनिया संयुक्त संघ (आरएनएसएस) का पांचवां राष्ट्रीय महाधिवेशन को लेकर एक बैठक चौरंगी समीप बुध वार की देर संध्या एक निजी भवन में किया गया ।


अधिवेशन में 18 राज्यों से हजारों नोनिया, बिंद, बेलदार समाज के लोग एकत्रित होगे। मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में आरएनएसएस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक कुमार उपस्थित रहे। उन्हों सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम और विद्रोह के स्वर्णिम इतिहास में नोनिया, बिंद और बेलदार समाज का अतुलनीय योगदान रहा है। ये वही समाज है जिसने 1770 से 1800 तक अंग्रेजों के खिलाफ पहला संगठित विद्रोह किया, जिसे इतिहास में “नोनिया विद्रोह” के नाम से जाना जाता है। यह विद्रोह पूरे 30 साल तक चला और अंग्रेजी हुकूमत को झुकाने का साहसिक प्रयास था। इसके अलावा, नमक सत्याग्रह में भी नोनिया, बिंद और बेलदार समाज के लोगों ने महात्मा गांधी के साथ मिलकर बिहार के चम्पारण में नमक कानून को तोड़ा और अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध संघर्ष किया।
लेकिन अफसोस की बात है कि इस गौरवशाली इतिहास को इतिहासकारों ने या तो अनदेखा कर दिया या फिर उचित सम्मान नहीं दिया। नोनिया, बिंद और बेलदार समाज के इस संघर्ष को आज भी सरकारी स्तर पर मान्यता नहीं मिली है। केंद्र और राज्य सरकारें इस समाज की उपेक्षा कर रही हैं, जबकि यही समाज स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाते हुए बलिदान और संघर्ष की गाथा लिखा था।
अपनी पहचान के लिए संघर्षरत समाज आजादी के 75 साल बाद भी यह समाज अपने हक-अधिकार और पहचान के लिए दर-दर भटक रहा है। देश के हर राज्य में यह समाज अपनी पारंपरिक आजीविका— नमक बनाना, सोरा बनाना , मिटी कटना मछली पालन व्यवसाय को खो चुका है। इन व्यवसायों पर अब कॉरपोरेट और अन्य प्रभावशाली वर्गों का कब्जा हो चुका है।
अभिषेक कुमार ने स्पष्ट कहा कि अब अन्याय सहने का समय समाप्त हो चुका है। नोनिया, बिंद और बेलदार समाज अब रचनात्मक नोनिया संयुक्त संघ (आरएनएसएस) के बैनर तले संगठित होकर अपनी आवाज बुलंद करेगा। उन्होंने कहा कि समाज के हर योद्धा को अब जागना होगा और अपने अधिकारों के लिए निरंतर संघर्ष करना होगा।
14 अप्रैल 2025 को पटना के मिलर हाई स्कूल में आरएनएसएस का 5वां राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया जाएगा। तीसर आसनसोल में किया गया था चौथा असम के होजाई में किया गया था जिसमे मेघालय के राज्यपाल फागू चौहान मुख्य अतिथि थे,पांचवां बिहार के पटना में है।
इस ऐतिहासिक अधिवेशन में देश के 18 राज्यों से नोनिया, बिंद और बेलदार समाज के योद्धा एकत्र होकर हुंकार भरेंगे। पटना से उठी यह आवाज देश के हर कोने से होते हुए दिल्ली तक गूंजेगी। मौके पर केंद्रीय मीडिया प्रभारी अनिल महतो, राज्य अध्यक्ष कुंदन प्रसाद, कार्यकारी अध्यक्ष अमरजीत, मीडिया प्रभारी अमरदीप चौहान , बर्दवान जिला अध्यक्ष धर्मवीर नोनिया, कार्यकारी अध्यक्ष मनोज प्रसाद नोनिया, कमलजीत नोनिया, अमरदीप प्रसाद, राजीव कुमार नोनिया ,जितेंद्र प्रसाद, संजय नोनिया इत्यादि उपस्थित रहे।
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