कोलकाता ; श्री शिक्षायतन स्कूल के सहयोग से अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन का संस्कार संस्कृति चेतना कार्यक्रम श्री शिक्षायतन स्कूल परिसर में संपन्न हुआ। इस अवसर पर अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार लोहिया ने हमारे संस्कार संस्कृति पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पश्चात सभ्यता भोगवाद पर निर्भर है जबकि हमारी सभ्यता हमारे संस्कार आध्यात्म पर टिका हुआ है।उन्होने छात्राओं से अनुरोध किया कि वे घर में बड़े बुजुर्गों का सम्मान करें और अपने को एक उच्च कोटि के नागरिक बनाने का संकल्प ले।उन्होने संस्कार संस्कृति चेतना कार्यक्रम के विषय में विस्तार से जानकारी दी । इन्होंने इस प्रकार के कार्यक्रम को आयोजित करने में सम्मेलन की ओर से स्कूल के शिक्षको, पदाधिकारियो का धन्यवाद ज्ञापन किया। लोहिया ने अपने वक्तव्य में संस्कार संस्कृति एवं जीवन को किस प्रकार उच्चतम मान का बनाया जाए,उसके विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला,जिसे सभी छात्राओं ने एवं अध्यापिकाओं ने सराहा।
शिक्षायतन फाउंडेशन के प्रधान सचिव विनोद अग्रवाल ने मारवाड़ी सम्मेलन के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया कि संस्कार संस्कृति चेतना कार्यक्रम के माध्यम से युवा पीढी मे बुनियादी परिवर्तन के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने छात्राओ से अनुरोध किया कि आज के माहौल में स्वयं को प्रगति के पथ पर ले जाने का प्रयास निरंतर करते रहना चाहिए एवं रास्ते में आते हुए भटकाव से बचना चाहिए।
तत्पश्चात शिक्षायतन स्कूल के छात्राओं ने विदुर नीति चाणक्य नीति,गीता और रामायण के विभिन्न श्लोको पर अपना अपना विश्लेषण प्रस्तुत किय। साथ ही साथ इन विषयो पर एक क्विज प्रोग्राम भी आयोजित किया गया। विजेता छात्राओं को पारितोषिक दी गई एवं प्रतिभागी सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। सभी छात्राओं ने इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम में शिक्षायतन स्कूल की प्राचार्य श्रीमती संगीता टंडन अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाशपति तोदी राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री पवन जालान भी उपस्थित थे। संगीता टंडन ने आज के युग में संस्कार संस्कृति की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर जोर दिया एवं इस बारे में सजग रहने का अनुरोध किया। पवन जालान ने शिक्षा के विषय में अपने अनुभव छात्राओं के साथ साझा किया।